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अब इस ‘घिनौनी प्रथा’ पर लगेगी रोक! जानिए क्या है वजह?

सियोल: एशिया के सबसे एडवांस्ड मुल्कों की जब भी बात होती है, तो उसमें दक्षिण कोरिया का नाम जरूर शामिल होता है. अपनी आधुनिक राजधानी सियोल के लिए जाने जाने वाला ये मुल्क एक घिनौनी प्रथा के लिए भी बदनाम है.

दरअसल, यहां पर कुत्तों का मांस खूब चाव से खाया जाता है. सुनकर भले ही बहुत हैरानी हो, लेकिन यहां कुत्ते का मांस खाना बहुत आम बात है. मगर अब दक्षिण कोरिया की सरकार ने ऐलान किया है कि वह कुत्ते का मांस खाने की प्रथा पर बैन लगाने वाली है.

दक्षिण कोरिया लंबे समय से कुत्ते के मांस खाने को प्रतिबंधित करना चाहता है. लेकिन अभी तक वह ऐसा नहीं कर पाया है. देश में हर साल 10 लाख कुत्तों को खाया जाता है. हालांकि, अब धीरे-धीरे कुत्ते खाने वाले लोगों की संख्या कम हो रही है. पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी कुत्ते का मांस खाने का बॉयकॉट करने की गुजारिश की है. ऐसा लगने लगा है कि सरकार 2027 तक कुत्ता खाने पर पूरी तरह से बैन लगाने वाली है, जिसे आगे चलकर अवैध भी करार कर दिया जाएगा.

कानून बनाकर खत्म होगी प्रथा!

दरअसल, दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के यू यूई-डोंग ने राजनेताओं और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं की एक बैठक में ऐलान किया कि कुत्ते के मांस खाने को लेकर बदलाव की जरूरत है. यू यूई-डोंग ने कहा कि अब समय आ गया है कि कुत्ते के मांस को खाने की प्रथा को एक विशेष कानून बनाकर खत्म किया जाए. हम लोग इस सेक्टर से जुड़े किसानों, कसाईयों और अन्य व्यापारियों को दूसरे सेक्टर में पैसा बनाने में मदद भी करने वाले हैं.

2027 तक लग जाएगी रोक?

उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर तक सरकार कुत्ते के मांस पर बैन लगाने वाला एक विधेयक पारित करने की कोशिश करेगी. ये विधेयक बिना किसी परेशानी के पारित हो जाना चाहिए. वहीं, अगर ये विधेयक पास हो जाता है, तो कुत्ते के मांस से जुड़ी इंडस्ट्री के लोगों को तीन साल का वक्त मिलेगा, जिसमें वह अपना व्यवसाय बदल पाएं. इसका मतलब हुआ कि दक्षिण कोरिया में 2027 तक कुत्ते के मांस को खाने पर रोक लगा दी जाएगी.

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