दिल्ली कंझावला केस में बड़ा खुलासा, पोस्मार्टम रिपोर्ट में रेप न होने की पुष्टि
दिल्ली के कंझावला हिट एंड रन केस की फोरेंसिक रिपोर्ट में कार के अंदर अंजलि के होने का कोई सबूत नहीं मिला है। बुधवार को आई फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि कार के फ्रंट लेफ्ट टायर में फंसी थी, क्योंकि इसी टायर के पीछे ज्यादातर खून के धब्बे पाए गए हैं। कार के नीचे दूसरे हिस्सों में भी खून के धब्बे मिले हैं।
पीड़ित लड़की के फैमिली डॉक्टर ने अंजलि के नशे में होने के दावे को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि अटॉप्सी रिपोर्ट में पाया गया है कि मृतका के पेट में अल्कोहल नहीं था। उन्होंने बताया, ‘अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक, पेट के अंदर खाना मिला। अगर उसने (अंजलि) ड्रिंक किया होता तो रिपोर्ट में केमिकल की मौजूदगी को मेंशन किया जाता, लेकिन रिपोर्ट में लिखा गया कि केवल पेट में खाना मिला है।’ डॉक्टर ने यह भी कहा कि यह एक नॉर्मल मर्डर नहीं है। मरने से पहले अंजलि को बहुत प्रताड़ित किया गया। उसके शरीर पर 40 चोटें थीं।
निधि ने पुलिस को बताया था- नशे में गाड़ी चला रही थी अंजलि
निधि ने पुलिस को दिए बयान में हादसे की वजह कार सवारों की गलती को बताया है। हालांकि उसने अंजलि के नशे में होने की बात भी कही है। उसने दावा किया, “अंजलि बहुत नशे की हालत में थी। मैंने उसे कहा था कि मुझे स्कूटी चलाने दे, लेकिन उसने मुझे स्कूटी चलाने नहीं दी। कार से टक्कर हुई, उसके बाद मैं एक तरफ गिर गई और वो कार के नीचे आ गई, उसके बाद गाड़ी के नीचे वह किसी चीज में अटक गई। उसे गाड़ी घसीटते हुए ले गई। मैं डर गई थी इसलिए मैं वहां से चली गई और किसी को कुछ नहीं बताया। हम दोनों एक साथ होटल में मौजूद थे।”
परिवार ने कहा- निधि झूठ बोल रही, अंजलि का ब्रेन नहीं मिला
अंजलि के परिवार ने इसे प्लान्ड मर्डर करार दिया। उन्होंने कहा कि निधि पूरी तरह से झूठ बोल रही है। एक स्कूटी में सवार दो लोगों का एक्सीडेंट होता है और एक मर जाती है, लेकिन दूसरी वहां से कुछ मदद किए बिना भाग जाती है। अचानक फिर साइड हीरोइन की तरह 75 घंटे बाद आती है और झूठी कहानी बताती है। उन्होंने निधि के आरोपों का खंडन किया है। परिजन ने निधि के लिए कहा कि वह कैसी दोस्त है जो एक्सीडेंट के बाद गायब हो गई। परिवार ने कहा कि उसके साथ बर्बरता हुई है। अंजलि की बॉडी के साथ ब्रेन नहीं मिला।