जिला प्रशासन बीजापुर द्वारा संचालित सुदूर वनांचल क्षेत्र के आर्थिक समस्याओं से घिरे आदिवासी बच्चों का भविष्य संवारने मह्त्वाकान्क्षीय परियोजना छू लो आसमान कोचिंग संस्था ने कोरोना संकट काल में भी प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम देते हुए बीजापुर जिले का गौरव बढ़ाया है, और अपने नाम के अनुरूप आदिवासी क्षेत्र के बच्चों को कामयाबी के आसमान छूने में सहायक साबित हुआ है।
मेडिकल के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा NEET 2020 का परिणाम आज दिनांक 16 अक्टूबर 2020 को घोषित किया गया, जिसमें संस्था छू लो आसमान के 30% विद्यार्थीयों ने क्वालीफाई किया। इस परीक्षा में संस्था के कक्षा बारहवीं, विज्ञान संकाय में अध्ययनरत 18 विद्यार्थियों में से 17 विद्यार्थी शामिल हुए थे जिसमें 5 विद्यार्थी कु. सीमा भगत, अजय कुमार कलमुम, सीनू झाड़ी, हरीश कुमार एगडे, और सुरेश मडकाम ने कामयाबी हासिल की है।
अवगत हो कि यह परीक्षा केंद्र सरकार की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित कराई जाती है। होम आइसोलेशन में होने के कारण एक छात्रा परीक्षा से वंचित हो गयी| कोविड 19 महामारी के कारण मई माह की परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाकर 13 सितंबर को आयोजित किया गया था। बता दें कि ये सभी छात्र बीजापुर के नक्सल प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र से आते है| इन विद्यार्थियों की सफलता ने इस क्षेत्र के सभी बच्चों के मन में उत्साह और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का जुनून भर दिया हैं | कोरोना काल के विषम परिस्थिति में भी इन बच्चों ने ये साबित कर दिया कि मन में लगन हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता | बच्चों ने इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों को दिया है, जिन्होंने कोरोना काल में भी ऑनलाइन के माध्यम से लगातार बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ मार्गदर्शन भी प्रदान किये |
संस्था के प्राचार्य अंगनपल्ली बसमैया द्वारा चयनित विद्यार्थियों तथा शिक्षकगणों को सफलता के लिए बधाई देते हुए बताया कि, संस्था, आदिवासी अंचल के अभावग्रस्त दूर-दराज गांव के होनहार बच्चों के सपनों को पंख देने के उद्देश्य से संचालित किया जाता है, जंहा राष्ट्रीय व राजकीय स्तर के विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ शैक्षणिक पढ़ाई कराई जाती है यंहा कक्षा 9वीं से 12वीं की कक्षाएं लगाई जाती है। साथ ही इस परियोजना व अन्य शिक्षा क्षेत्र में कार्यो के लिए जिला शिक्षा अधिकारी व जिला प्रशासन की सरहाना की हैं |
प्राचार्य ने यह भी जानकारी दी कि अभी संस्था में आठ विषय-विशेषज्ञों की कार्यकुशल समूह में गुंजन सिंह (बायो), रामहरि साहू (गणित), दिग्विजय साहू (गणित), कुलदीप कुमार (रसायन), अजय कुमार वर्मा (भौतिकी), हेमंत साहू (भौतिकी), अनिल शर्मा (अंग्रेजी), तथा हेमचंद जंघेल (हिंदी) कार्यरत है, जिनके उचित मार्गदर्शन से बच्चों का सर्वांगीण विकास हो रहा है। प्राचार्य और सभी शिक्षकों ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है |
चयनित विद्यर्थियों से बातचीत के दौरान उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि संस्था में पढाई का माहौल है किन्तु यहाँ मूलभूत सुविधाओं की कमी है, जिसके कारण पढाई में समस्याओं का सामना करना पड़ता है| संस्था में पुस्तकालय और विज्ञान लैब नहीं है तथा लम्बे समय से ड्रॉपर बैच की मांग की जा रही है जिससे असफल हुए छात्रों को पुनः अवसर प्राप्त हो | साथ ही चयनित छात्रों को जो आर्थिक लाभ अन्य जिलों में मिलता है वो यहाँ के बच्चों को नहीं मिल पाता, जो दुर्भाग्यपूर्ण है | बच्चे इस आस में है कि आने वाले समय में प्रशासन इन समस्याओं की ओर ध्यान दें ताकि संस्था के आगामी सत्र में अध्ययन करने वाले छात्रों को इन असुविधाओं का सामना ना करना पड़े |
चयनित विद्यार्थियों में अजय कुमार कलमुम पिता श्री सोमारू राम कलमुम भैरमगढ़ विकासखंड के ग्राम बेंचराम, सीनू झाड़ी पिता श्री पेन्टू झाड़ी बीजापुर विकासखंड के ग्राम पापनपाल, सुरेश मडकाम पिता श्री बाला मडकाम उसूर विकासखंड के ग्राम कोट्टागुडा, हरीश कुमार एगडे पिता श्री रामाराव एगडे भैरमगढ़ विकासखंड के मद्देड से और कु. सीमा भगत पिता श्री हीरुराम भगत मान्झीपारा बीजापुर के निवासी हैं| राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा में अपने शानदार प्रदर्शन से यह साबित करते हैं कि सच्ची लगन वह उचित मार्गदर्शन में परिश्रम किया जाए तो सफलता प्राप्त की जा सकती है यह परिणाम जिले के अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का कार्य करेंगी।