
दुर्ग: खुर्सीपार के शुभम राजपूत हत्याकांड के मुख्य आरोपी सेवक राम निषाद की दुर्ग के केंद्रीय जेल में मौत हो गई है. यह वही आरोपी है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ के गैंगस्टर तपन सरकार को फिर से एक बार जेल जाना पड़ा. बताया जा रहा है कि सेवक राम की मौत हार्टअटैक से हुई है. शव का जज के समक्ष पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया.
सेवक राम निषाद की मौत 21 फरवरी को हुई थी, जिसका खुलासा आज हुआ है. बता दें कि 8 मार्च 2023 को खुर्सीपार में शुभम राजपूत की हत्या के आरोप में सेवक राम निषाद जेल में बंद था. उसे टीबी की शिकायत थी, जिसका उपचार भी जेल अस्पताल में ही चल रहा था. 21 फरवरी की सुबह करीब 8.30 बजे जब वह अपने बैरक के पास घूम रहा था, तभी अचानक उसके सीने में दर्द उठा और वह गिर पड़ा. वहां मौजूद लोगों ने उसे जेल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
लेन देन के विवाद में होली के दिन हुई थी हत्या
गौरतलब है कि खुर्सीपार भिलाई निवासी शुभम राजपूत की हत्या होली के दिन 8 मार्च 2023 को की गई थी. लेने देन के विवाद में शुभम राजपूत की हत्या कटर से गला रेतकर की गई थी. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी सेवक निषाद का कहना था कि मृतक शुभम राजपूत तपन सरकार के नाम पर वसूली का काम करता था. फिलहाल इस पूरी घटना के बाद जेल प्रशासन पूरी तरह से मौन है.