महंगाई ने तोड़ी कमर, पॉम ऑयल की कीमत बढ़ने से कई खाद्य पदार्थ हुए महंगे
पटना: बिहार के लोगों के लिए झटका देने वाली खबर सामने आ रही है. महंगाई एक बार फिर आम जनता की जेब पर भारी पड़ने जा रही है. जानकारी के मुताबिक आटा-चीनी सहित कई खाने पीने का समान महंगा हो रहा है. आटा-चीनी के साथ-साथ रिफाइन के भी दामों में बढ़ोत्तरी हुई है. इस महंगाई के वजह से रेस्टोरेंटो, स्ट्रीट फूड वेंडरों और होटलों पर भी बहुत प्रभाव देखने को मिलेगा.
पॉम ऑयल की कीमत बढ़ने से कई खाद्य पदार्थ हुए महंगे
आटा-चीनी, रिफाइन के अलावा नूडल्स, बिस्कुट, केक. मेयोनीज, चिरप्स, साबुन, हेयर और स्किन केय उत्पाद आदि बनाने वाले खाद्य तेल में पॉम ऑयल मिलाया जाता है. इस पॉम दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है. पॉम ऑयल की कीमत बढ़ने से इन चीजों की कीमतों में भी वृद्धि की आशंका जतायी जा रही है.
बता दें कि रूस-यूक्रेन संकट के बाद अब इंडोनेशिया के निर्यात बंद करने के निर्णय से पटना के बाजार में रिफाइन के दाम में इजाफा होने लगा है. इंडोनेशिया ने पॉम ऑयल निर्यात पर 28 अप्रैल से रोक लगायी है. इस फैसले का प्रभाव पटना के थोक और खुदरा बाजार पर दिखने लगा है.
केवल दरभंगा-मधुबनी में 25 टन की खपत
गुरुवार को पटना की थोक मंडी में रिफाइन की कीमत में 120 रुपये पैकेट (एक पैकेट में एक-एक लीटर के 12 पाउच) की बढ़ोतरी हुई. मतलब रिफाइन के थोक मूल्य में दस रुपये लीटर बढ़ोतरी हो गई है. केवल मिथिलांचल (दरभंगा-मधुबनी) में 25 टन की खपत है. पटना में प्रतिदिन 20 ट्रक से ज्यादा की खपत का अनुमान है. पॉम ऑयल इंडोनेशिया-मलेशिया से कोलकाता पोर्ट पर उतरता है. इसके बाद ट्रक के जरिए पटना के बाजार में पहुंचता है.
आटा चीनी की कीमतों में भी बढ़ोतरी
रिफाइन के साथ-साथ आटा और चीनी की कीमत में भी बढ़ोतरी हो गई है. 44 रुपये किलो मिलने वाली चीनी गुरुवार को 45 रुपये किलो बिकी है. वहीं आटा के 25 किलोग्राम के बैग पर 20 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है. 590 रुपये बिकने वाला बैग गुरुवार को 610 रुपये में बिका है. वहीं मैदा के 50 किलोग्राम का बोरा गुरुवार को 15 सौ रुपये की जगह साढ़े पन्द्रह सौ रुपये में बिका है.