गरियाबंद: गरियाबंद जिले में रेत का अवैध खनन पिछले कई महीनों से चल रहा है मगर अब तक के जिला प्रशासन की ओर से अब तक के कोई बड़ी कार्रवाई नहीं करवाई के नाम पर केवल दिखावा चल रहा है।
आपको बता दें कि कांग्रेस सरकार की समाप्ति के बाद छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आते ही गरियाबंद जिले में रेत का अवैध कारोबार जोर पकड़ लिया गया है जो दिन और रात 24 घंटे नदी की छल्ली छल्ली करने में यहां की रेत माफिया लगे हुए हैं। इन रेत माफियाओं के ऊपर बड़े नेताओं का हाथ होने से यहां रेत माफिया अपनी दबंगई दिखाते हुए अपनी मनपसंद जगहों पर 24 घंटे रेत निकाला जा रहा है। प्रति दिन रेत माफियाओं जो है सड़कों पर खुलेआम 200 हाइवे दौड़ा रहे हैं। रेत के टीप हिसाब बराबरी का पैसे मिलने से मुंह बंद। जिसके चलते यहां कोई करवाई करने को तैयार नहीं है।
पत्रकारो के द्वारा लगातार समाचार प्रकाशित करने के बाद भी यहां ना तो अधिकारी करवाई करना चाहते हैं ना ही कोई नेता सामने आ कर बंद करने को चाहते हैं। ना ही जिले के खनिज अधिकारी पत्रकार का फोन उठाना चाहते हैं।
राजिम विधानसभा क्षेत्र के अवैध घाट सिधौरी, चौबे बांधा, रावड, पिताईबंद, परसदा जोशी, हथखोज, जैसे आधा दर्जन भर अवैध रेत खदाने खुले आम चल रहा है।
आज जब राजिम क्षेत्र में खनिज विभाग दौरा किया तो सिर्फ एक ही हाईवे पाये गये जबकि वहां प्रति दिन 50 हाईवे सड़क पर दौड़ रहे हैं मतलब आप देख सकते हैं कि किस तरह से अधिकारियों के पहुंचने से पहले रेत माफिया जो है अपने गाड़ी छुपा कर रखते हैं हाईवे को एक घाट से दुसरी घाट भेज दिया जाता है। जिले में रेत का अवैध कारोबार में हिस्सेदारी पहुंचने से पहले से ही सुचना कर दिया जाता है। जिसके चलते अब तक के जिले में रेत खदान पर प्रतिबंध नहीं लग रहा है और ना ही कोई बड़ी कार्रवाई होती है।