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राजिम विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न गांव में चल रहा है अवैध रेत का खनन, गरियाबंद प्रशासन मौन

गरियाबंद: गरियाबंद जिले में एक लंबे समय से अवैध रेत का खनन जारी है जिस पर प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं दिख रही है लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में चैन माउंटेन लगाकर नदी की छल्ली करने में रेत माफिया दिन और रात लगे हुए हैं।

बता दे कि राजिम विधानसभा जो है अब रेत खनन के नाम से जाने लगा है यहां प्रशासन ना तो कार्रवाई करती है और ना ही अवैध खनन गाड़ियों पर सील लगती है जिसके चलते रेत माफिया की बुलन्द इतनी बढ़ गई है कि खुलेआम नदी की छल्ली करने में दिन और रात गाड़ी लगाकर बैठे हुए हैं।

रेत माफिया जो है अपनी दादागिरी के साथ 24 घंटे भारी मात्रा में वाहन लगाकर दूर-दूर तक रेत की सप्लाई करने में लगे हुए हैं जहां देखने के लिए ना तो खनिज विभाग पहुंच रहे हैं नहीं जिला प्रशासन की ओर से कोई टीम पहुंच रहे हैं जिससे आज सड़कों पर हाईवे ही हाईवे रेत से भरी गाड़ी नजर आते हैं सड़कों में चलना भी अब मुश्किल हो गया है।

क्योंकि रेत से भरे हाईवे की लाइन जो है सुबह से लेकर देर रात तक सड़कों पर दौड़ते रहे हैं जिसके चलते कभी भी क्षेत्र में हाईवे से एक बड़ी दुर्घटना भी होने की संभावना बनी रहती है । क्षेत्र में स्कूल जो है सड़क किनारे लगे हुए हैं बच्चे जो है साइकिल व पैदल होकर नेशनल हाईवे रोड से क्रॉस करके विद्यालय पहुंचते हैं वहीं रेत वाली हाईवे जो है ओवरलोड रेत भरकर फुल स्पीड से भाग रहे हैं फिर भी प्रशासन जो है कुछ करने को तैयार नहीं है।

आखिर समझ में यह नहीं आता है की रेत माफियाओं के पीछे किसके संरक्षण हैं और कौन जिम्मेदार है जो एक लंबे समय से राजिम विधानसभा में रेत माफिया को संरक्षण देने में जुटे हुए हैं। जिसके चलते प्रशासन भी यहां कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। राजिम से लगे चौबेबांधा, रावड, पितईतबंद, परसदाजोशी, सरकंडा, बिडोरा, लचकेरा, कुटेना, जगहो पर रेतखनन जारी है।

खनिज विभाग की सह पर रेत माफियाओं द्वारा फिंगेश्वर क्षेत्र में अवैध उत्खनन का कारोबार लंबे समय से फल फूल रहा है। विधानसभा चुनाव के दौरान रेत उत्खनन कुछ दिन तो बंद रहा लेकिन विधानसभा चुनाव व दिवाली का त्योहार जैसे ही निपटा रेत माफिया फिर से सक्रिय हो गया।

रेत का उत्खनन सुबह 6:00 से शाम 6:00 बजे तक किया जाना है वहीं जिन स्थानों पर पानी भरा है वह किसी भी कीमत पर रेत का उत्खनन नहीं की जाना है इसी तरह रेत का उत्खनन मानव श्रम द्वारा कराया जाना है लेकिन इन तमाम नियमों को दरकिनार कर खुलेआम बेखौफ चैन माउंटेन से 24 घंटे रेट माफिया द्वारा बेरोकटोक धड़ले से रेत निकालकर नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं।

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