छत्तीसगढ़ – धमतरी में बीते 28 जनवरी को छत्तीसगढ़ के मुखिया ने राज्य में बढ़ते अवैध रेत उत्खनन पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को निर्देश दिए हैं. सीएम ने यह भी कहा था कि कार्रवाई नहीं होने पर अधिकारियों के खिलाफ ही कड़े कदम उठाए जाएंगे और अवैध रेत उत्खनन को लेकर कलेक्टर-एसपी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होने की बात कही थी ।जिले से अवैध रेत अवैध उत्खनन में कार्रवाई नही होने पर जिले के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होने तक बात कही थी।
जिले में लगभग 25 वैध रेत खदानें संचलित है, जिनमे नियम-कानून को ताक में रखकर रात -दिन चैन माउंटेन मशीन से खुदाई हो रही हैं बावजूद इसके ग्राम पंचायत दोनर में रेत क्वालिटी देखते हुए अवैध खनन बदस्तूर जारी है। ग्रामीणों की माने तो विभागीय सांठगांठ के चलते सरपंच और ग्राम सचिव की सेटिंग के चलते डंके की चोट पर अवैध रेत निकासी को अंजाम दे रहे हैं। जिस पर ग्रामीणों द्वारा विभाग को सूचित किया जाने पर आश्वासन दे कर रेत माफियाओं को बख्श दिया जाता है।
ट्रेक्टर चालको ने बताया कि ग्राम पंचायत दोनर के सरपंच आवेंद्र देशलहरे समेत ग्रामीण सचिव सुरेंद्र चंद्राकर की मिलीभगत सामने आई है जिसमें सरपंच द्वारा दबंगईपूर्वक ग्रामीण सचिव सुरेंद्र चंद्राकर के माध्यम से प्रति ट्रेक्टर ग्रामीण फंड के लिए सौ रुपये से दो सौ रुपये रायल्टी के रूप में ले रहे हैं।
वहीं इन बात की सूचना खनिज विभाग को हैं लेकिन कमीशन के चलते विभाग कोई भी कार्यवाही से बचते नजर आ रहा हैं।