
प्रतापपुर – महिला बाल विकास विभाग सुरजपुर के प्रतापपुर ब्लॉक में करीब 408 आंगनबाडी केन्द्र हैं। यहां पदस्त परियोजना आधिकारी अंबिकापुर में निवासरत हैं। सप्ताह में बमुश्किल से एक या दो दिन ही आते हैं।जिस दिन ये आते हैं इनका ज्यादातर समय तो आने जाने में ही निकल जाता है।
इतना ही नहीं इन लोगों ने आपस में दिन व समय तय कर रखा है। जब वे कार्यालय में रहते हैं उस दिन भी 12 से 3 बजे के बीच ही काम होता है। इसके बाद बाबू को छोड़कर कोई कर्मचारी उपस्थित नही रहता है।
फर्जी बिल लगाकर ले रहे भत्ता
अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा फील्ड विजिट दिखाकर टीए बिल की राशि वसूली जा रही है। सभी सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारी मुख्यालय दर्शाकर शासकीय लाभ ले रहे हैं। उधर प्रदेश सरकार द्वारा हितग्राहियों को लाभान्वित करने हेतु संचालित योजनाओं का लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा है। जनपद अध्यक्ष जगत लाल आयाम का कहना है कि ऑफिस में बाबू के अलावा को भी आधिकारी नही मिलता। प्रतापपुर के अधिकत्तर समूहों में मेन्यू के अनुसार भोजन नाश्ता वितरण नहीं किया जाता हैं ।
इनका ये है कहना
महिला बाल विकास चंद्रदेव सिंह सिसोदिया का कहना है कि जो भी आधिकारी व कर्मचारी कार्यालय में नही रहते हैं उन पर जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जायेगी। मुख्यालय छोडना गंभीर विषय है कलेक्टर के आदेश के बिना मुख्यालय छोडना जांच का विषय है