
भानुप्रतापपुर: शासकीय महर्षि वाल्मीकि स्नातकोत्तर महाविद्यालय भानुप्रतापपुर में गुरुवार को राष्ट्रीय हिन्दी दिवस मनाया गया है। कार्यक्रम हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष श्यामानंद डेहरिया के मार्गदर्शन में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के छायाचित्र के सामने पूजार्चना कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्राचार्य डॉ. रश्मि सिंह ने हिंदी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हिंदी हमारी अखण्डता को बनायें रखा है। हिंदी भाषा के कारण ही आज हम भारतवासी अनेकता से एकता के सूत्र में बधे हुए है। हिंदी हमारे जीवन का आधार जो हमारे व्यक्तित्व तथा राष्ट्रीयता की परिचायक है। साथ ही उन्होंने हिंदी की महत्ता तथा आवश्यकता एवं इसकी सर्वेधानिक दृष्टिकोण पर चर्चा की। सर्वेधानिक स्तर पर हिंदी भाषा की महत्व को बताया।
हिंदी के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक श्यामानंद डेहरिया ने कहा कि हिंदी के विकास के लिए देश के युवाओं को आगे-आने की आवश्यकता है। हिंदी हमारी मातृभाषा है। जो संपूर्ण देशवासियों को एकता की सूत्र के बांधी रखी है। इन्होंने ये भी कहा कि अगर हमे स्वराज्य के लिए जीना है। तो हमे हिंदी के लिए जीना होगा।
इस मौके पर विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों ने कविता, गीत, गजल, दोहा, भाषण के माध्यम से हिंदी की महत्ता के संदर्भ को बताया। कार्यक्रम का संचालन हिंदी के सहायक प्राध्यापक डी. के. बांधे और श्रीदाम ढाली ने किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक आर.के. डॉ नसीम मोहम्मद मंसूरी, एनएसएस प्रभारी रितेश कुमार नाग, रेडक्रॉस प्रभारी सुषमा चालकी, स्नेहा रितेश नाग, आस्था शर्मा, मुकेश कुमार डहरवाल, योगेश यादव, ईश्वर लाल सिंह, जीवन साहू सहित महाविद्यालय समस्त अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे ।