रायपुर: हिजामा कपिंग थेरेपी एक प्राचीन प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है जिसके जरिए बीमारियों का इलाज सदियों से चला आ रहा हैं। जापान, अमेरिका, चीन, सऊदी अरब ,जर्मनी, फ्रांस आदि देशों में हिज़ामा (कपिंग थेरेपी) अत्यंत लोकप्रिय हैं। विशेषकर एथलीट एवं फिल्म स्टार, जिम्नास्टिक के बीच काफी लोकप्रिय पद्धति हैं।
आज के युवा पीढ़ी नशे एवं मानसिक तनाव से ग्रस्त होते जा रहे है, जिसका कपिंग थेरेपी से सफलतापूर्वक इलाज संभव है। महर्षि पतंजलि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद लखनऊ यू पी मान्यता प्राप्त सेंटर डॉ हुमैर एक्यूपंक्चर हिजामा एवं योगा वेलनेस सेंटर के विद्यार्थियों ने 1 वर्षीय कपिंग डिप्लोमा का कोर्स का परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न किया।
जिसमे डॉ हुमैर नौशाद, डॉ ज़रका (फिजियोथेरेपिस्ट), डॉ विकास हरबंस,गीतिका साहू (योगा ट्रेनर) एवं शिवम (लैब) द्वारा कपिंग थेरेपी का प्रशिक्षण दिया। विद्यार्थियों में डॉ. हिना परवीन फातिमा, कंचन कोशले, अल्जिया मिर्जा,( फिजियोथेरेपिस्ट), मरगुब अहमद, अलमास फिरदौस, शेख सिपतेन रज़ा (उड़ीसा), अफशा शेख, मोनिका खुटे, किरण साहू, शिफा शकील, राकेश अवस्थी मो. अय्यूब ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इसके पश्चात महर्षि पतंजलि के डायरेक्टर श्री शिवम सर ने ऑनलाइन आकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया एवं महत्वपूर्ण जानकारी दी जैसे सेंटर में पंचकर्म योगा , कपिंग, डिटिशियन, नेचुरोपैथी से संबंधित कोर्स भी संचालित है जिसका सेंटर पूरे भारत में है। कार्यक्रम विद्यार्थी पालकगण समक्ष सम्मानिय परिषद नागरिक पुनीत बंजारे अध्यक्ष (घासीदास सेवा समिति), साबिर नौशाद (फिल्म डायरेक्टर),यामिनी बघेल,भास्कर दुबे (युवा नेता), रीमा खूटे, गोपाल सिंग हरबंस (सिविल लाइन थाना) मौजूद थे।