जशपुर। Chhattisgarh News- आमतौर पर मवेशी पशु घूमकड़ प्रवृति के होते हैं तथा इन्हें बांध कर रखा जाता है। आपको बता दें की जिला मुख्यालय से थोड़ी सी दूर पर तेज रफ्तार पिकअप के अनियंत्रित होकर पलटने के बाद बॉर्डर में हो रहे मवेशी तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ है, इस दौरान 5 मवेशियों की मौके पर मौत और आधा दर्जन से ज्यादा मवेशी घायल हो गए हैं। पुलिस मवेशी तस्करी करने वालों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकाम नजर आ रही है।
बता दें की मामला जशपुर जिले का है जहां देर रात मवेशी तस्करी कर छत्तीसगढ़ से झारखंड की ओर ले जाए जा रहे थे, वहीं आज सुबह लगभग 5.00 बजे वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 5 मवेशियों की जान चली गई है, वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद चालक मौके से फरार हो चुका है, वहीं कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर नीचे दबे हुए मवेशियों को जेसीबी की सहायता से निकाला गया, घटना में घायल मवेशियों को इलाज के लिए चिकित्सा विभाग के कर्मचारी को बुलाकर इलाज कराया गया है।
जेसीबी की सहायता से दबे हुए मवेशियों को निकाला गया
Chhattisgarh News- घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुँची। जेसीबी की सहायता से सड़क किनारे पलटे हुए पिकप को उठवा कर,नीचे दबे हुए मवेशियों को निकाला गया। इस बीच,घटना स्थल पर पहुंचे पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों ने घायल मवेशियों का इलाज किया । इलाज के बाद, चार गोवंश की स्थिति सामान्य हो गई। जबकि दो अभी गम्भीर हैं। जानकारी के लिए बता दें कि गो तस्करी के लिहाज से जशपुर जिला वेहद संवेदनशील है।
झारखंड और ओड़िसा की अन्तर्राज्यीय सीमा में स्थित इस जिले में तस्करों पर काबू पाना,पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। मवेशी तस्करी की आशंका पर ही जिले में मवेशी बाजार को बन्द किया गया था। प्रदेश में मवेशियों की तस्करी की घटनाओं पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दे चुके है। लेकिन,जशपुर जिले में जिस तरह तस्करी का यह खेल चल रहा है,उसे देखते हुए,फिलहाल पुलिस प्रशासन की साख दांव पर लगी हुई है।