छुरिया वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के विगत 15 दिनों से 12 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से वनों की सुरक्षा भगवान भरोसे हो गई है किंतु दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा यथा संभव वनों को बचाने के प्रयास किया जा रहा है पर अवैध कटाई अवैध उत्खनन अवैध शिरकार एवं आगजनी जैसे गंभीर अपराध पर अधिकारी कर्मचारी के हड़ताल पर चले चले जाने से सिर्फ समझा कर अपराध को रोकने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि दैनिक वेतन 1 कर्मचारियों के पास ना तो काटने का अधिकार है और ना ही उच्च अधिकारियों का संपर्क नंबर इस कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ राजनांदगांव के जिला अध्यक्ष हारून मानिकपुरी ने बताया कि 1 कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नवरात्रि पर्व मैं वेतन के भी लाले पड़ रहे हैं कारण दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हौसले अतः सरकार से गुजारिश है कि 1 कर्मचारियों के एवं वनों की हित को देखते हुए कर्मचारियों की मांग जल्द पूरा कर वन एवं वन्य प्राणियों की रक्षा इस भीषण गर्मी में हो सके