गरियाबंद: खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 अंतर्गत कलेक्टर श्री आकाश छिकारा के कुशल नेतृत्व में गरियाबंद जिला प्रदेश के अग्रणी धान उपार्जन करने वाले जिलों में शामिल है। साथ ही धान उठाव एवं चावल जमा मंे भी अग्रणी है। गरियाबंद जिले के 67 समितियों के उपार्जन केन्द्रों में धान की लगातार आवक बनी हुई है। अब तक जिले के कुल 15 हजार 174 कृषकों ने अब तक कुल 57 हजार 842 मेट्रिक टन धान सहकारी समितियों में बेच चुके है।
इस प्रकार समितियों द्वारा 126 करोड़ 50 लाख रूपए का धान विक्रय कर लिया गया है। जिनको धान बेचने वाले किसानों के बैंक खाते में 48 घंटे के अंदर अंतरित कर दी गयी है। धान खरीदी के साथ धान का उठाव भी लगातार जारी है। गरियाबंद जिले के अब तक के कुल उपार्जित धान 57 हजार 842 मेट्रिक टन में से 31 हजार 491 मेट्रिक टन धान जिले के पंजीकृत मिलर्स द्वारा उठाव कर लिया गया है। गरियाबंद जिला कुल उपार्जित धान के 54 प्रतिशत धान का उठाव कर प्रदेश में अग्रणी स्थान पर है।
जिला विपणन अधिकारी श्री अमित चन्द्राकर ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के धान उठाव के एवज मे जिला गरियाबंद के कस्टम मिलिंग कर 1825.29 मेट्रिक टन चॉवल नागरिक आपूर्ति निगम मे जमा कराया गया है। जोकि चावल जमा के आधार पर प्रदेश में प्रथम है। गरियाबंद जिले में धान खरीदी और खरीदे गए धान का परिवहन एवम् उठाव सुचारू रूप से चल रहा है।
जो कि जिले के लिए आगामी खरीदी दिवसों के लिए अच्छे संकेत है। जिला खाद्य अधिकारी श्री सुधीर चन्द्र गुरू ने बताया कि जिले के कुल 50 पंजीकृत मिलों की कुल मासिक मिलिंग क्षमता 82872 मे. टन के आधार पर अभी धान उठाव और चावल जमा में और अधिक प्रगति आने की संभावना है। जिले के पंजीकृत मिलों को धान उठाव तेजी से करने हेतु निर्देशित किया गया है।