भारत की जी20 की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ शनिवार को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह का स्थायी सदस्य बन गया। जी20 की स्थापना 1999 में की गई थी और इसके बाद से इस गुट में यह पहला विस्तार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को नए सदस्य के तौर पर शामिल किए जाने का प्रस्ताव पेश किया जिसे सभी सदस्य देशों ने स्वीकार कर लिया। 10 सितंबर तक चलने वाली शिखर वार्ता में दुनियाभर के नेताओं द्वारा कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
37 पन्नों का लीडर्स घोषणा पत्र पास हुआ
37 पन्नों के लीडर्स घोषणा पत्र को मंजूरी दे दी गई है। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि ये समय युद्ध का नहीं है। इस घोषणा पत्र में चार बार यूक्रेन का जिक्र हुआ है।
दूसरे सत्र में लीडर्स घोषणा पत्र पर सहमति बनी, जारी होगा ज्वाइंट डिक्लेरेशन
जी-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा सत्र जारी है। इस दौरान लीडर्स घोषणापत्र पर सहमति बनी है। नई दिल्ली जी-20 का साझा घोषणा-पत्र जारी होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर प्रसन्नता जताई और कहा कि हमारी टीम की मेहनत रंग लाई है।
भारत ने यूक्रेन संकट पर नया ‘पैराग्राफ’ साझा किया
भारत ने शनिवार को जी20 देशों के बीच समूह के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंत में जारी होने वाले नेताओं के घोषणापत्र में यूक्रेन संघर्ष का उल्लेख करने के लिए एक नया ‘पैराग्राफ’ साझा किया। राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। यूक्रेन संघर्ष से संबंधित पैराग्राफ पर आम सहमति नहीं होने के कारण भारत ने शुक्रवार को भू-राजनीतिक मुद्दे से संबंधित पैराग्राफ के बिना ही सदस्य देशों के बीच शिखर सम्मेलन के संयुक्त घोषणापत्र का एक मसौदा साझा किया था ताकि सकारात्मक परिणाम निकल सके। यूक्रेन पर भारत की ओर से घोषणापत्र में नया पाठ तब साझा किया गया जब जी20 नेताओं ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन गंभीर वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श शुरू किया।
पीएम मोदी-सुनक के बीच वार्ता
भारत की राजधानी नई दिल्ली में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बीच द्विपक्षीय वार्ता जारी है।