
रायपुर: क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का भुगतान कार्ड होता है जो बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किया जाता है। इसके माध्यम से आप उधार पैसे खर्च कर सकते हैं और बाद में बैंक को भुगतान कर सकते हैं। इसमें एक निश्चित क्रेडिट लिमिट होती है, जिसके अंदर रहकर आप खरीदारी या भुगतान कर सकते हैं। हाल के समय में क्रेडिट कार्ड डिलीवरी के नाम पर कई ठगी के मामले सामने आए हैं। इसमें ठग अलग-अलग तरीकों से लोगों को धोखा देते हैं।
ठग खुद को बैंक का प्रतिनिधि बताकर कॉल करते हैं।
कहते हैं कि “आपका क्रेडिट कार्ड डिलीवरी के लिए तैयार है,क्रेडिट कार्ड के फायदे और उपयोगिता बताते है ।
आपको क्रेडिट कार्ड डिलीवरी की जाती है ,इसका प्रॉपर किसी बैंक के नाम से आपको मेसेज भी किया जाता है
कार्ड डिलीवरी के बाद आपको फिर से फोन आता है ,कार्ड एक्टिवेट करने के लिए आप से OTP मांगा जाता है आप जैसे ही OTP देते हैं, वे कार्ड एक्टिवेट कर लेते हैं और आपके नाम से शॉपिंग या ट्रांजैक्शन शुरू कर देते हैं।
ठग क्रेडिट कार्ड डिलीवरी एजेंट बनकर आते हैं और आपसे OTP, आधार, पैन कार्ड आदि की कॉपी मांगते हैं।
फिर इन दस्तावेज़ों का गलत इस्तेमाल करके नया कार्ड बनवा लेते हैं।
SMS या WhatsApp पर लिंक भेजते हैं – “आपका क्रेडिट कार्ड डिलीवरी में है, ट्रैक करने के लिए क्लिक करें।
जैसे ही आप लिंक खोलते हैं, आपका डेटा चोरी हो सकता है या आपके फ़ोन में मैलवेयर आ सकता है।
बचाव के तरीके
OTP या पर्सनल डिटेल कभी किसी को न दें
बैंक से आई कॉल की पुष्टि खुद बैंक से करें।
डिलीवरी एजेंट से आईडी कार्ड जरूर माँगें और बैंक से पुष्टि करें
फर्जी लिंक या SMS पर क्लिक न करें।
क्रेडिट कार्ड डिलीवरी ट्रैकिंग सिर्फ बैंक की आधिकारिक वेबसाइट/app से करें।