छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में 50 वर्षीय एक किसान ने कुछ साहूकारों पर परेशान करने का आरोप लगाकर अपने खेत में आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि 16 सितंबर को जिले के निमनी गांव में हुई घटना के संबंध में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
सौंसर पुलिस थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने कहा कि किसान आनंद ठाकरे ने शनिवार को अपने खेत में एक पेड़ से फांसी लगा ली और कुछ साहूकारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए एक सुसाइड नोट छोड़ा है।
उन्होंने बताया कि मृतक व्यक्ति के परिवार और ग्रामीणों ने सुसाइड नोट में नामित साहूकारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
सौंसर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) डीवीएस नागर ने कहा कि चार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और मध्य प्रदेश उधारकर्ता संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि उनमें से दो से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा, ”ठाकरे ने सुसाइड नोट में एक कंपनी का भी नाम लिया है और जांच के बाद मामले में अन्य आरोपियों के नाम भी जोड़े जाएंगे।” अधिकारी ने कहा कि सुसाइड नोट में मृतक ने दावा किया है कि उसने अपना बकाया चुका दिया था और यह रकम मूल राशि से अधिक थी।
उन्होंने सुसाइड नोट के हवाले से बताया कि कर्ज चुकाने के लिए ठाकरे ने अपना खेत और एक प्लॉट भी एक कंपनी को गिरवी रख दिया, लेकिन उत्पीड़न जारी रहा।