बिलासपुर। रेलवे ने 11 जुलाई से 19 जुलाई तक टाटानगर से इतवारी और इतवारी से टाटानगर के बीच चलने वाली एक्सप्रेस को रद्द कर दिया है। इसका कारण चक्रधरपुर रेल मंडल में तीसरी लाइन कनेक्टिविटी का कार्य चलना बताया गया है.(Express train canceled in Chhattisgarh)
प्रथम तिमाही में बीडीयू टीम ने 10 करोड से अधिक का रेल राजस्व अर्जित किया व्यवसाय विकास इकाई (बीडीयू) की स्थापना पमरे मुख्यालय और तीनों मंडलों में की गई है। पश्चिम मध्य रेल द्वारा मिशन मोड़ के तहत माल ढुलाई को बेहद आकर्षक बनाने के लिए मालभाड़ा व्यापारियों को कई तरह की रियायतें/छूट एवं सुविधाएं भी दी जा रही हैं.
जिससे व्यापारी अधिक से अधिक रेलवे की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। पमरे अपने परंपरागत माल ढुलाई के अलावा अन्य नए माल उत्पादकों को भी प्रोत्साहित कर रही है। परिणाम स्वरूप पमरे ने इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल एवं जून 2022 तक यानी प्रथम तिमाही में बीडीयू के तहत नई स्ट्रीम फ्रेट लोडिंग से 10 करोड 40 लाख का रेल राजस्व अर्जित किया। जिसमें बीडीयू फ्रेट लोडिंग से अप्रैल में 2 करोड 30 लाख एवं मई में 1करोड 50 लाख और जून में 6 करोड़ 60 लाख रुपए का रेल राजस्व अर्जित किया। पमरे के तीनों मण्डलों में स्थापित बीडीयू मार्केटिंग के तहत जून माह में निम्नानुसार नया बिजनेस हासिल किया है.(Express train canceled in Chhattisgarh)
read also-रायपुर तेलीबांधा ब्रिज के नीचे मिली युवक की लाश, पुलिस मौके पर जांच कर रही…
एनएमजी रैक लोडिंग:- भोपाल मण्डल में मण्डीदीप स्टेशन से इस माह में 12 एनएमजी रैकों की उच्चतम लोडिंग की गई, जिससे रेलवे को रुपये 1 करोड़ 9 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ। राखड़ लोडिंग:- भोपाल मण्डल के साइडिंग श्री सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट से बिड़ला सीमेंट वर्क्स साइडिंग चंदेरिया (रतलाम मण्डल) के लिए 2 रैक राखड (फ्लाई ऐश) की लोडिंग की गई। इससे रेलवे को रुपये 41 लाख 32 हजार की आय प्राप्त हुई.
read also-बंद रहेंगी शराब और मांस की दुकानें, जिला कलेक्टर ने जारी किया निर्देश
धान लोडिंग:- इसी प्रकार जबलपुर मण्डल के पिपरिया, भेड़ाघाट, गोसलपुर, सतना एवं रीवा रेलवे स्टेशनों से फ्रेट लोडिंग की शुरुआत करते हुए माल गोदाम से 13 रैक धान की लोडिंग की गई। इससे रेलवे को रुपये 508 लाख की आय प्राप्त हुई । उल्लेखनीय है कि रेकों की ट्रैकिंग कर व्यापारियों को उनके कंसाइनमेंट की समय पर सटीक जानकारी दी जा रही है। मौजूदा नेटवर्क में मालगाड़ियों की गति में वृद्धि की गई है। मालगाड़ियों में गति में वृद्धि होने से हितधारकों की लागत में आश्चर्यजनक बचत हो रही है.