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भारतीय बौद्ध महासभा से निष्काशित प्रवीण निखाडे,एस.के भंडारे ,को किसी भी प्रदेश में समिति बनाने का अधिकार नहीं.-चन्द्रबोधी पाटील*

दिसंबर 2021 में दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आयु.चन्द्रबोधी पाटील जी के समक्ष आयु.भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा निवेदन किये जाने पर आयु.प्रवीण निखाडे जी को संस्था में सम्मिलित कर ट्रस्टी का पद दिया गया था,उस समय संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष आयु.चन्द्रबोधी पाटील जी,कार्याध्यक्ष आयु.भीमराव अम्बेडकर जी ,महासचिव शंकर राव ढेंगरे जी,ट्रस्टी आयु,एस.आर कानडे जी ,ट्रस्टी आयु.धम्मरतन सोमकुंवर जी ,

भीमराव कांबले जी ,सत्यजीत चंद्रिकापुरे जी व अन्य उपस्थित थे .मुंबई कार्यालय में यह निर्णय लिया गया. आयु.भीमराव अम्बेडकर जी ने आयु.प्रवीण निखाडे जी के कार्य की प्रशंसा की थी. 6 माह पश्चात ही प्रवीण निखाडे जी व आयु.भंडारे जी 17 जुलाई 2022 को छत्तीसगढ़ आकर छत्तीसगढ़ प्रदेश की इकाई को भंग करते है जो उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं था .इसका पुरज़ोर विरोध हुआ.इसका कारण प्रदेश को दो भागों में बाँटना था.जिनके विरुद्ध अनेक शिकायतें थी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी इससे स्पष्ट होता है कि गुनाहगारों को आप संरक्षण दे रहे.अक्टूबर नवम्बर 2022 माह में छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी ज़िलों के पदाधिकारी व संगठन के द्वारा एक स्वर में आवाज़ उठाई कि राज्य में किसी भी परिस्थिति में दो गुट नहीं होने देंगे .इसकी लिखित जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ,राष्ट्रीय महासचिव,व छत्तीसगढ़ प्रभारी को भेजी गयी थी.इसके उपरांत भी दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छ.ग अच्छा कार्य कर रही.

प्रवीण निखाडे जी व एस.के भंडारे जी ने इसी प्रकार से कर्नाटक,मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश व अन्य राज्यों में जाकर 4-4 भागों में बाँटने का काम किया .अपने मन मुताबिक बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुमति लिये राज्यों की समितियों को भंग कर अवैधानिक तरीक़े से नियुक्तियाँ की गयी.इन्हें कई बार मीटिंग में आगाह भी किया गया कि आप अपने गतिविधियों पर रोक लगाये संस्था के नियम विधि अनुसार धम्म का सामाजिक काम हो ,राजनीति नहीं .किन्तु प्रवीण निखाडे जी की नीति राजनीति में अधिक रुचि थी.इसलिये वे हर राज्य में संस्था के भीतर तोड़फोड की राजनीति कर रहे है.इससे समाज में ग़लत सन्देश जा रहा है.संस्था के कई ग्रुप हों रहे है , प्रवीण निखाडे जी व एस.के भंडारे जी के ख़िलाफ़ लगातार शिकायतें मिलने के कारण उन्हें निष्काशित कर दिया गया

प्रवीण निखाडे संस्था के हित में काम न कर राजनीतिक पार्टी भारतीय रिपब्लिकन पार्टी की ओर उनका झुकाव व काम करने का तरीका लगातार दिखायी दिया ,फुट डालो शासन करो नीति के तहत वे पुन: पूर्व की भांति अपने सहयोगी एस.के भंडारे जी ,बी.एच गायकवाड़ जी, को लेकर 6 अगस्त 2023 को होटल वत्स भिलाई छ.ग में गोपनीय मीटिंग आयोजित की गयी एवं दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ प्रदेश एवं सेक्टर 6 बुद्ध विहार भिलाई की कार्यरत संस्था को भंग कर दिया जब कि प्रवीण निखाडे,व एस.के भंडारे को छत्तीसगढ़ की संस्था को भंग करने का कोई कानूनन अधिकार नहीं है.डॉ.हरीश रावलिया जो कि ट्रस्टी चेयरमेन थे उनको हटा दिया गया है केवल ट्रस्टी है ,ठीक उसी प्रकार आयु.भीमराव यशवंत राव अम्बेडकर जी भी केवल ट्रस्टी है जिनको छत्तीसगढ़ की कार्यरत संस्था को भंग करने का कही कोई अधिकार नहीं है .यह संस्था में कम ओर राजनीति में अधिक रुचि ले रहे है.जब कि दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया सामाजिक और धार्मिक ट्रस्ट है.

वर्तमान में ट्रस्टी चेयरमेन आयु.सुभाष जौंजाले जी व राष्ट्रीय महासचिव आयु.अमर दीपांकर सहारे जी को बनाया गया हैं.तथा वर्तमान में आयु.चंद्रबोधी पाटील जी इस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष /ट्रस्टी है .संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष आयु.चन्द्रबोधी पाटील जी पर कोई व्यक्ति व्हाट्सअप ग्रुप में अश्लील कमेंट करता है तो संस्था उस व्यक्ति पर आई टी एक्ट की धारा 67 के अंतर्गत क़ानूनन कार्यवाही करेगी.दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष बी.एस जागृत एवं सेक्टर 6 भिलाई की अध्यक्षा आयु.वर्षा बागड़े इनकी नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष आयु.चन्द्रबोधी पाटील जी द्वारा की गयी है तो हटाने या समिति को भंग करने का अधिकार भी उन्हीं को है,आयु.प्रवीण निखाडे व आयु.एस.के भंडारे को नहीं है.इन्हें राजनीति करनी है तो बहुत सी पार्टियाँ है उसमे जाकर राजनीति करें.समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है ,अनावश्यक लोगो के मन में अविश्वास पैदा हो रहा है ,जैसा कि दिनांक 17.07.2022 छत्तीसगढ़ की संस्था को भंग किया गया था ,यह कार्यवाही अवैधानिक गैरकानूनी एवं विधि सम्मत नहीं है तथा प्रवीण निखाडे व एस.के भंडारे को किसी भी राज्य की संस्था को बर्खास्त करने का कोई संवैधानिक अधिकार प्राप्त नहीं है यह अधिकार केवल संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष आयु.चन्द्रबोधी पाटील जी को ही है.

संस्था के ट्रस्टी आयु.एस.आर कानडे जी के द्वारा दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों की उपस्थिति में रायपुर में प्रेस वार्ता लेकर जानकारी दी उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष बी.एस जागृत,प्रदेश महासचिव भोजराज गौरखेड़े,प्रदेश कोषाध्यक्ष नीलकंठ सिंगाड़े,उपाध्यक्ष संजय शेंद्रे,क़ानूनी सलाहकार जी.एस बावनगड़े,अधिवक्ता संजय गजभिये,प्रदेश संस्कार सचिव बेनिराम गायकवाड़,ज़िलाध्यक्ष प्रकाश रामटेके,जिला कोषाध्यक्ष जी.एस मेश्राम,मदनलाल मेश्राम,सुरेंद्र गोंडाने,युवा प्रकोष्ठ सचिव संदीप डोंगरे,हितेश गायकवाड़,विजय चौहान,के.के चौहान,भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर महिला विंग की अध्यक्षा आयु.रूपलता कानेकर,उपाध्यक्ष आयु.माया पाटील,आयु.संघमित्रा गौरखेड़े,आयु.विजयालक्ष्मी रामटेके आदि उपस्थित थे.

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