Eklavya model residential school: छत्तीसगढ़ में 50 नवीन एकलव्य विद्यालयों के भवन निर्माण की मंजूरी शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने जारी किया आदेश
Eklavya model residential school: शिक्षा के क्षेत्र में नवीन पहलो को अपना कर शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल के रूप में उभर रहा छत्तीसगढ़ ने बीते दिनों शिक्षा गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कई फैसले लिए हुए अब उसी कड़ी में ये बड़ा फैसला लिया गया है.
एकलव्य स्कूलों को आदर्श आवासीय स्कूलों (Eklavya model residential school) के नाम से भी जाना जाता है, ये केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी पहल है जिसके तहत आदिवासी बहुल क्षेत्रो में इन स्कूलों का निर्माण कराया जाता जाता है. छत्तीसगढ़ में इनकी स्थिति और संख्या आइये जानते है.
इतने भवन बनाये जा चुके है
Eklavya model residential school राज्य में 50 नवीन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के भवन निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें 11 भवनों का निर्माण शुरू करा दिया गया है। 12 स्कूलों के भवन निर्माण के लिए वन संरक्षण अधिनियम के तहत भूमि आबंटन प्रक्रियाधीन है, जबकि शेष 27 स्कूलों के भवन की निर्माण की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भारत सरकार राष्ट्रीय आदिवासी शिक्षा समिति के समक्ष प्रक्रियाधीन है। यह जानकारी आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित आवासीय एवं आश्रम संस्थान संचालक मंडल की बैठक में दी गई।
भेजा जायेगा केंद्र को प्रस्ताव
Eklavya model residential school: मंत्री डॉ. टेकाम ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के 16 आदिवासी विकासखण्डों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya model residential school) स्थापना के लिए विकासखण्ड की कुल साक्षरता एवं अनुसूचित जनजाति साक्षरता दर की जानकारी के साथ पुनः प्रस्ताव भारत सरकार जनजातीय मंत्रालय को भेजा जाए। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक भवनों में संचालित हो रहे एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में पर्याप्त स्थान के लिए पोटाकेबिन प्री-कास्ट स्ट्रक्चर बनाने का प्रस्ताव केन्द्र को भेजा जाए।
एकलव्य स्कूलों का प्रदर्शन
Eklavya model residential school बैठक में बताया गया कि शिक्षण सत्र 2022-23 में प्रदेश में संचालित 73 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (Eklavya model residential schools) का संचालन किया जा रहा है। इनमें से 41 स्कूलों की सीबीएसई संबद्धतापूर्ण कर ली गई है, 39 स्कूलों की संबद्धता प्रक्रियाधीन है। इन संचालित स्कूलों में शिक्षण सत्र 2022-23 में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में 4380 सीट के लिए 27,397 आवेदन प्राप्त हुए और 25,025 बच्चे परीक्षा में शामिल हुए। सीबीएसई पाठ्यक्रम से अध्यापन के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। शिक्षण सत्र 2022-23 से प्रदेश में संचालित सभी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेशित विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन कराया जा रहा है। वर्ष 2021-22 में सीजी बोर्ड में कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 98 प्रतिशत और कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 92.60 प्रतिशत रहा है। सीबीएसई वर्ष 2021-22 में कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम 93.32 और कक्षा 12वीं का 45.47 प्रतिशत रहा। वर्ष 2021-22 में एकलव्य विद्यालयों ( Eklavya Schools in Chhattisgarh ) से जेईई मेन्स में शामिल 116 विद्यार्थियों में से 69 ने क्वालीफाईड किया और 47 विद्यार्थी जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल हुए।
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राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता एवं राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव
बैठक में जानकारी दी गई कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (Eklavya Schools in Chhattisgarh) की राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन 28 नवंबर को आंध्रप्रदेश में और राष्ट्रीय सांस्कृति उत्सव का आयोजन 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक कर्नाटक में होना प्रस्तावित है। छत्तीसगढ़ में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थी इन प्रतियोगिता में शामिल होंगे। मंत्री डॉ. टेकाम ने अधिकारियों को इन प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए बच्चों को पूरी तैयारी के साथ भेजने के निर्देश दिए हैं। बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी सहित संचालक मंडल के सदस्य उपस्थित थे।