
राजिम:-आज स्व. राजीव गांधी जी के 32वीं पुण्य तिथि के अवसर पर छ. ग. युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा जी के आदेश पर राजिम विधायक अमितेश शुक्ल जी के मार्गदर्शन में राजिम में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा छाया प्रति पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।साथ ही उनके आदर्श विचारो को याद कर सकारात्मक कार्यों को युवा पीढ़ी से अवगत कराया।साथ ही बताया किराजीव गांधी की राजनीति में कोई रूचि नहीं थी और वो एक एयरलाइन पाइलट की नौकरी करते थे। परन्तु 1980 में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक हवाई जहाज दुर्घटना में असामयिक मृत्यु के बाद माता श्रीमती इन्दिरा गाँधी जी को सहयोग देने के लिए सन् 1981 में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश लिया।वो अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बने और 31 अक्टूबर 1984 को अंगरक्षकों द्वारा प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी की हत्या किए जाने के बाद भारत के प्रधानमन्त्री बने और अगले आम चुनावों में सबसे अधिक बहुमत पाकर प्रधानमन्त्री बने रहे। राजीव गांधी ने 1985 में मुंबई में एआईसीसी के पूर्ण सत्र में ‘संदेश यात्रा’ की घोषणा की थी। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवा दल ने इसे पूरे देश में चलाया था।[3] प्रदेश कांग्रेस समितियों (पीसीसी) और पार्टी के नेताओं ने मुंबई, कश्मीर, कन्याकुमारी और पूर्वोत्तर से एक साथ चार यात्राएं कीं। तीन महीने से अधिक समय तक चली यह यात्रा दिल्ली के रामलीला मैदान में संपन्न हुई। (Death anniversary of Rajiv Gandhi)
राजीव गांधी भारत में सूचना क्रान्ति के जनक माने जाते हैं. देश के कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रान्ति का श्रेय उन्हें जाता है. स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन दिलवाने का काम उन्होंने किया । मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिलवाया। कार्यक्रम मेंयुवा कांग्रेस राजिम विधानसभा अध्यक्ष योगेश साहू, वरिष्ट कांग्रेसी रामकुमार गोस्वामी, गिरीश रजनी ,पार्षद मोती लाल सोनकर,ध्रुव साहू, अलंकार सिंह, संतु साहू, रूपेश साहू, खुमेश निषाद, वासु ध्रुव, मोनू साहू ,वेदप्रकाश साहू, विकाश साहू,चेतन साहू,सूरज तारक,तेज सिंह ठाकुर,सोमेश साहू,आकाश यदु सम्मिलित हुए। (Death anniversary of Rajiv Gandhi)