रायपुर: राजधानी में कोल कारोबारी और रोड कांस्ट्रेक्टर की हत्या की सुपारी लेने वाले गैंगेस्टर अमन साहू को रायपुर कोर्ट से प्रोटेक्शन वारंट में लाने मंजूरी मिल गई है। हालांकि रांची की कोर्ट से अनुमति के बाद भी अमन साहू को लाया जा सकेगा। सुरक्षा भी बड़ा सवाल होगा। ऐसे में रायपुर पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। अमन साहू रांची जेल में बंद है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने 26 मई को कोल कारोबारी और रोड कांट्रेक्टर की हत्या करने की मंशा से रायपुर पहुंचे राजस्थान और झारखंड के चार शूटरों को पुलिस ने तीन दिन चले खुफिया आपरेशन के बाद गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पिस्टल उपलब्ध करवाने वाले को भी बडवानी से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में शूटरों ने बताया कि उनका संबंध रांची जेल में बंद गैंगस्टर अमन के साथ है। जो मलेशिया में बैठे इंटरनेशनल गैंगस्टर मयंक सिंह के कहने पर कारोबारियों की हत्या करने सुपारी ली है।
हत्या करने आए जिन चार शूटरों को गिरफ्तार किया है, उन लोगों को रांची जेल में बंद अमन ने 25 लाख रुपये में सुपारी दी थी। मयंक के कहने पर अमन शूटरों को 25 लाख में सुपारी दी थी। लेकिन कारोबारियों की हत्या करने अमन के साथ कितने में डील हुई है इसका राजफाश नहीं हुआ है। वहीं रायपुर और छत्तीसगढ़ के कितने काराेबारियों इनके निशाने में हैं, इन्हीं सब की जानकारी प्राप्त करने पुलिस ने अमन को प्रोटेक्शन वारंट में रायपुर लाने कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। अमन साहू ने दो वर्ष पूर्व लेवी वसूल करने कोल कारोबारी के शंकर नगर स्थित कार्यालय में शूटरों के माध्यम से फायरिंग की घटना को अंजाम दिलवाया था। इसके पूर्व अमन के गुर्गों ने कोरबा में भी कोल कारोबारी के कार्यलय के पास हवाई फायरिंग की थी।
वहीं अब यह तीसरी बार वारदात करने पहुंचे थे। तीनों मामलों में अमन साहू से पूछताछ की जाएगा। वहीं अमन के गुर्गों ने रोड कांट्रेक्टर से लेवी वसूल करने उसे डराने के उद्देश्य से पिछले वर्ष बोकारो में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। उस मामले की जांच पहले से झारखंड पुलिस कर रही है।