Chhattisgarh: कांग्रेस नेता गोली कांड: कांग्रेस नेता को मरने वाले 3 आरोपी को पुलिस किया गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर…
दुर्ग: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जहां पुलिस ने भिलाई से 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये तीनों आरोपी वारदात के बाद दुर्ग में छिपे हुए थे। आरोपियों को लेकर पुलिस नारायणपुर रवाना हो गई है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में अब तक 7 लोगों को हिरासत में लिए गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, नारायणपुर पुलिस ने बुधवार सुबह दुर्ग क्राइम टीम की मदद से टाउनशिप एरिया के सेक्टर-9 और सेक्टर-7 में छापा मारा था। जहां से उन्होंने 3 युवकों को अपनी हिरासत में लिया है. जिनमें संजीव सिंह, सैमुएल और राजीव रंजन शामिल हैं। इनमें सैमुएल वर्ष 2021 में बैंक डकैती के मामले में जेल भी जा चुका है। इस वारदात में 8 लोगों के शामिल होने की आशंका है।कांग्रेस नेता विक्रम बैस हत्याकांड मामले में पुलिस ने प्रदेश के 6 जिलों में छापेमारी की है। जिनमें नारायणपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, जगदलपुर, कोंडागांव और दुर्ग शामिल है।
दो आरोपी बिलासपुर से गिरफ्तार
नारायणपुर में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या के मामले पुलिस ने दो आरोपियों को बिलासपुर गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी विश्वजीत नाग और जसप्रीत सिंह जस्सी को पुलिस ने पाराघाट टोलप्लाजा के पास से गिरफ्तार किया है। बीते सोमवार को कांग्रेस नेता विक्रम बैस की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
एसपी ने दी मामले की जानकारी
इस पूरे मामले को लेकर दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि, नारायणपुर में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या के मामले में वहां की पुलिस ने हमसे संपर्क किया था। जिसके बाद हमारी टीम ने आरोपियों को पकड़ने में उनका सहयोग किया। तीनों आरोपी भिलाई क्षेत्र से पकड़े गए हैं और आरोपियों को नारायणपुर पुलिस अपने साथ लेकर चली गई है। अब आगे की कार्रवाई वहीं से होगी।
चार हमलावरों ने मारी गोली
परिवहन संघ के सचिव की हत्या को लेकर नारायणपुर में सनसनी फैली हुई है। परिवहन संघ से जुड़े चार लोगों की हत्या पिछले दो साल के भीतर हो गई है। शहर के इतिहास में पहली बार शार्प शूटरों का इस्तेमाल कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। कांग्रेस नेता एवं नारायणपुर परिवहन संघ के सचिव विक्रम बैस की हत्या करने के लिए एक बाइक में सवार होकर चार हमलावर आए थे। नकाबपोश हमलावरों ने काफी एक्सरसाइज करने के बाद घटना को अंजाम देने की बात पुलिस के अधिकारी कह रहे हैं।
चश्मदीद ने दी मामले की जानकारी
घटना के वक्त मौके पर मौजूद चश्मदीद ने बताया कि, विक्रम सिंह अपनी बुलेट पर सवार होकर रात करीब पौने दस बजे अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी उनके घर से लगभग तीन सौ मीटर पहले एक मोड़ के पास पहले से घात लगाकर खड़े हमलावरों ने उन्हें चलती बुलेट से खींचकर जमीन पर गिरा दिया। इस दौरान विक्रम ने इनका विरोध कर छोड़ने की बात कही। फिर जब वे जमीन में गिर गए तो कुछ ही दूर पर खड़ा दूसरा हमलावर उनके पास आया और अपने पास रखे घातक हथियार से विक्रम के सिर और सीने पर एक के बाद एक दो फायर कर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों हमलावर बाइक के पास दौड़कर भागे जहां पहले से दो लोग बाइक को स्टार्ट कर खड़े थे, चारों एक ही बाइक पर सवार होकर एडका मार्ग की ओर भाग गए। हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए चारों हमलावर नकाब लगाकर आए हुए थे। कद और काठी के हिसाब से सभी 5:30 और पौने छह फीट के बताए जा रहे हैं। जींस और टीशर्ट पहनकर चेहरे को पूरी तरीका से हमलावरों ने ढांप रखा था।
दोस्तों के साथ ढाबे से खाना खाकर लौट रहे थे घर
परिवहन संघ के दफ्तर में रात करीब 9:00 बजे तक काम करने के बाद विक्रम परिवहन संघ के कुछ दोस्तों के साथ स्थानीय ढाबा पहुंचे थे, जहां वे करीब आधा घंटा तक रुके और दोस्तों के साथ खाना खाकर अपनी नई बुलेट वाहन में सवार होकर घर जा रहे थे इसी दौरान विक्रम की रास्ते में हत्या कर दी गई। हैरान करने वाली बात यहा है कि जिस गली से विक्रम घर जा रहे थे उस गाली पर जलने वाली सभी स्ट्रीट लाइट घटना के वक्त बंद थे। घटना के बाद पुलिस ढाबा के संचालक के साथ परिवहन संघ के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।