रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद जातिगत समीकरण के हिसाब से राजनीतिक पार्टियों में टिकट वितरण में ओबीसी जातियों को साधने में पीछे नहीं रहती है छत्तीसगढ़ में यादव समाज साहू जाति के बाद दूसरे नंबर पर आने वाला पिछड़ा वर्ग की जाति है जिसे गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपनी ओर से तीन यादवों को विधानसभा का टिकट दिया था जिसमें तीनों यादवो ने जीत दर्ज की थी वहीं इसमें बीजेपी पीछे रह गई थी उसने सिर्फ एक यादव को चुनाव लड़ाया था।
अब विधानसभा चुनाव के लिए गिनती के समय रह गए हैऔर राजनीतिक पार्टिया अपने सामाजिक समीकरण के हिसाब से छत्तीसगढ़ में निवासरत संख्या के अनुपात में जातियों को टिकट देकर साधने की कोशिश कर रही है इसी कड़ी में अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के प्रदेश महासचिव देव यादव के बयान ने खलबली मचा दी है श्री यादव ने कहा है कि कांग्रेस हो या बीजेपी या कोई भी राजनीतिक दल अगर यादवों का टिकट वितरण में समर्थन करेगा तो छत्तीसगढ़ में निवासरत 25 लाख यादव का समर्थन उसे प्राप्त होगा श्री यादव ने कहा कि लगातार एक महीने से छत्तीसगढ़ में अलग-अलग माध्यम से यादव संगठनों ने एक राय से यह तय किया है कि अगर उनकी जाति समाज की राजनीतिक उपेक्षा की गई तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव में राजनीतिक पार्टी यह न समझे कि छत्तीसगढ़ में यादवो का संगठन कमजोर है या आपस में वह बटे हुए हैं राजनीतिक चेतना का जागरण अब हर समाज में हो चुका है इसी तरह यादव समाज भी अपने अधिकार को समझ चुका है जिससे उन्हें अब वंचित नहीं किया जा सकता। श्री यादव ने कहा कि अगर कोई राष्ट्रीय दल यादव समाज को राजनीतिक अधिकार से वंचित कर उसे पीछे धकेलने की कोशिश करेंगे तो छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिलों में यादव संगठनो के माध्यम से ऐसी राजनीतिक पार्टियों को सबक भी सिखाया जाएगा।श्री यादव ने विशेष कर कांग्रेस और भाजपा सेआह्वान किया है कि उनकी पार्टी में 25- 30 वर्षों से काम कर रहे हैं ऐसे राजनीतिक यादव कार्यकर्ता को वह कम से कम 5-5 टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाकर यादव समाज का सम्मान करें।