कैंसर एक भयंकर बीमारी है, जिसमें शरीर के अंदर असामान्य बदलाव होने लगते हैं। कैंसर के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं। कई बार ये लक्षण इतने कॉमन होते हैं कि इन्हें नॉर्मल दिक्कत समझ लिया जाता है। ऐसा ही एक ताजा मामला देखने को मिला है। एक महिला को दो बार आंत का कैंसर (बॉवेल कैंसर) हुआ और हर बार डॉक्टर तक उसके लक्षणों को पकड़ नहीं पाए।
दो बच्चों की मां हैं, जो हमेशा से एक हेल्दी इंसान रही हैं। वो अपने रेगुलर हेल्थ चेकअप को लेकर भी हमेशा सतर्क रहती थी। उनके पिता बॉवेल कैंसर की वजह से 50 की उम्र के बाद गुजर गए और दुर्भाग्य से उन्हें भी इस कैंसर को दो बार झेलना पड़ा।
आए दिन महिलाएं झेलती हैं ये लक्षण
उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम कम होने का खतरा बढ़ जाता है। जिसकी वजह से कमर दर्द होना आम बात है। महिलाएं आए दिन इस समस्या का सामना करती हैं। मगर रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित महिला को भी 2017 में लगातार भयंकर कमर दर्द रहने लगा, जो कि आंत के कैंसर का पहला लक्षण था।
लगातार दर्द होने की वजह से महिला काफी परेशान हो गई थी और आखिरकार उन्होंने डॉक्टर को जाकर दिखाया। डॉक्टर को उनके लिवर पर एक जख्म मिला। स्थानीय गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट ने महिला से कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। लेकिन फिर भी महिला को कुछ ठीक नहीं लग रहा था।
Rollins को आखिर में स्टेप 4 का कोलन कैंसर पाया गया, जो कि उनके लिवर तक पहुंच चुका था। इस बात का खुलासा 2018 की शुरुआत में हुआ। उन्होंने पॉजिटिव सोच और ट्रीटमेंट की मदद से खुद को ठीक किया और करीब 4 साल तक कैंसर से पूरी तरह आजाद रही।
जैसे ही महिला को लगा कि वो कैंसर से पूरी तरह निकल आई हैं तो उनका वजन अचानक से कम होने लगा। मल त्याग करने के बाद भी उन्हें पेट भारी लगता था। दर्दनाक गैस बनने लगी थी, जिसके बाद उन्होंने फिर से डॉक्टर के पास जाने का सोचा।
पिछली बार की तरह इस बार भी डॉक्टर उनके कैंसर को पकड़ नहीं पाए और उन्हें हाइपरसेंसिटिव बता दिया गया। मगर इस बार भी Sherri को कुछ ठीक नहीं लग रहा था और उनका डर सच साबित हुआ। इस बार बॉवेल कैंसर उनके रेक्टम और पेल्विक फ्लोर तक पहुंच चुका था और यह सोच से काफी ज्यादा बड़ा था।
एक बार फिर जीती जंग
पॉजिटिव सोच, ट्रीटमेंट और सपोर्ट की मदद से एक बार फिर महिला ने कैंसर को हरा दिया। अब वो कहती हैं कि अपने एक्सपीरियंस से वो दूसरों को भी मोटीवेट करना चाहती हैं कि किसी छोटी सी समस्या को भी नजरअंदाज ना करके सही वक्त पर इलाज लेना चाहिए।