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CM Chouhan: भगवान राम का नाम लेने से डरने वाले छद्म धर्मनिरपेक्ष लोग अब हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं…

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के नेता कमलनाथ पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि “तथाकथित” धर्मनिरपेक्ष लोग जो कभी स्पष्ट “मजबूरियों” के कारण भगवान राम का नाम लेने से डरते थे अब हिंदुओं तक पहुंचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं. चौहान ने इन लोगों के रुख में इस बदलाव का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘करिश्माई’ नेतृत्व को दिया. चौहान ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में “अब तक की सबसे बड़ी जीत के अंतर” के साथ सत्ता बरकरार रखेगी. उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि मतदाताओं के बीच भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है.

उन्होंने अपराधियों, विशेषकर लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ “बुलडोजर कार्रवाई” को भी उचित ठहराया. चौहान ने एनडीटीवी मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय चैनल की शुरुआत के बाद एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ”न तो कोई सत्ता विरोधी लहर है और न ही कोई उबाउपन है. हम रिकॉर्ड बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएंगे, जो अब तक का सबसे बड़ा बहुमत होगा.”

कमलनाथ द्वारा कथित तौर पर भाजपा से जुड़े हिंदू धर्म के प्रतीकों को अपनाने से संबंधित सवाल पर चौहान ने कहा, ” मैं इसे एक बड़ी सफलता मानता हूं क्योंकि जो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोग मजबूरियों के कारण भगवान राम का नाम लेने से डरते थे, वे अब हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं, हिंदू-हिंदू का जाप कर रहे हैं और मुख्यधारा में वापस आ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि लगता है अब उनकी आंखें खुल गई हैं. यह मोदी जी के करिश्माई नेतृत्व के कारण संभव हुआ.

गौरतलब है कि नाथ ने पिछले दिनों अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ आयोजित किया था. हाल ही में उन्होंने “हिंदू राष्ट्र” के प्रस्ताव का कथित तौर पर समर्थन करते हुए कहा था कि भारत की 82 प्रतिशत आबादी हिंदू है. यह पूछे जाने पर कि क्या बुलडोजर कार्रवाई – जिसमें अपराधियों की अवैध संपत्तियों को नष्ट करना शामिल है – उनकी “नरम” छवि के विपरीत है, इसपर चौहान ने कहा, “अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आवश्यक है, खासकर लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों पर.”

उन्होंने कहा, “जब मैंने 2005 में राज्य की बागडोर संभाली, तो मैंने सुनिश्चित किया कि डकैतों का खतरा खत्म हो जाए. नक्सली गतिविधि सिर्फ एक जिले (बालाघाट) तक सीमित है, जबकि प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का नेटवर्क ध्वस्त हो चुका है.” यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा मध्य प्रदेश में विपक्ष के वोट काटने के लिए आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम और बसपा जैसे दलों के साथ एक मौन चुनावी समझौता करेगी, इसपर चौहान ने कहा, “मोदी की लोकप्रियता के कारण आप और कांग्रेस इंडिया गुट का हिस्सा हैं.” उन्होंने कहा कि भाजपा का चुनावी मुद्दा विकास और लोगों का कल्याण होगा.

इस अवसर पर, चौहान ने अपनी सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया जिनमें लाडली लक्ष्मी योजना, तीर्थ दर्शन योजना और किसानों के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण योजना शामिल है. चौहान के कार्यक्रम स्थल से चले जाने के बाद, कमलनाथ कार्यक्रम में शामिल हुए.

कांग्रेस के दिग्गज नेता ने मध्य प्रदेश में अपनी पार्टी द्वारा 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर प्रदान करने, महिलाओं को 1,500 रुपये की सहायता देने, 100 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान करने आदि सहित चुनावी “गारंटी” को उचित ठहराया. उन्होंने कहा कि मप्र में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस द्वारा लागू की जाने वाली गारंटी से लोगों को अपना पैसा बचाने में मदद मिलेगी, जिससे अंतत? आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.

सत्तारूढ़ भाजपा पर कटाक्ष करते हुए नाथ ने कहा, “यह खुशी की बात है कि भगवा पार्टी मेरे विचारों की नकल कर रही है और महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है.” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे खुशी होगी अगर वे आम लोगों को भी 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराएं क्योंकि इससे आम लोगों को काफी बचत होगी.” उन्होंने चौहान पर ”खोखले वादे” करने का आरोप लगाया.

नाथ ने कहा, ”निवेश तभी आता है जब निवेशकों को राज्य सरकार पर भरोसा होता है.” एक सवाल का जवाब देते हुए नाथ ने कहा कि वह मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के प्रचार को लेकर सहज हैं.
नाथ ने कहा कि चुनाव मैदान में आम आदमी पार्टी और अन्य की उपस्थिति महत्वहीन है, “क्योंकि वे केवल चुनाव के दौरान अपनी उपस्थिति दिखाना चाहते हैं”.

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