सक्ती: जिले के छोटे सीपत गांव में चंगाई सभा में अंधविश्वास के कारण अमेराडीह गांव के संतराम सिदार की मौत हो गई है। चंगाई सभा में किडनी फेल पेसेंट को बीमारी दूर भगाने का फार्मूला ईसाई मिशनरियों का फेल साबित हुआ। इस दौरान जब अमेराडीह गांव के संतराम सिदार को उसके दुःख को दूर करने के लिए चंगाई सभा का सहारा लेकर उसकी पत्नी रंजुबाई गोड पहुंची, जहां उसकी उद्धार महोत्सव में मौत हो गई है। जिसके बाद गांव सहित तमाम क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई है। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और जांच में जुट गई।
वहीं इस मामले को लेकर संयोगिता सिंह जूदेव ने प्रशासन को घेरते हुए कहा कि छोटे सीपत गांव में चंगाई सभा का आयोजन किया गया जिसमें एक व्यक्ति की जान गई है। इस पर शासन प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए। किसी व्यक्ति की जान चंगाई सभा में जा रही है। प्रशासन को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। आज सभा के माध्यम से भोले-भाले लोगों को धर्मांतरण कराया जा रहा है। इस तरह से धर्म परिर्वतन के नाम का चोला ओढ़कर आए अन्य राज्य सहित क्षेत्रीय अनुयायियों द्वारा लोगों को बहकाने का काम जोरों पर है।