रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक तस्वीर साझा कर दावा किया कि उम्मीदवारों के चयन के लिए हुई कांग्रेस की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ‘कैंडी क्रश’ खेलने में व्यस्त हैं क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में नहीं रहने वाली है।
भाजपा की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बघेल ने कहा कि वह अपने पसंदीदा राज्य के पारंपरिक खेल और कैंडी क्रश खेलना जारी रखेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि छत्तीसगढ़ के लोग किसे चुनने जा रहे हैं। भाजपा द्वारा साझा की गई तस्वीर में बघेल वह अपने मोबाइल फोन पर एक गेम खेलते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि यह तस्वीर मंगलवार रात रायपुर में पार्टी के राज्य कार्यालय राजीव भवन में हुई कांग्रेस चयन कमेटी की बैठक के दौरान ली गई थी।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा तथा तीन दिसंबर को मतों की गिनती होगी। चयन समिति की बैठक में पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और अन्य नेता नजर आ रहे हैं। वहीं समिति के अध्यक्ष अजय माकन और कुछ अन्य सदस्य बैठक से आॅनलाईन जुड़े।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने हैंडल पर तस्वीर पोस्ट की और लिखा, ”छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी निंिश्चत हैं। उन्हें पता है कि कितनी भी माथा-पच्ची कर लें, सरकार तो आनी नहीं है।”
मालवीय ने लिखा है, ”शायद इसीलिए कांग्रेस के प्रत्याशी चयन से संबंधित बैठक पर ध्यान देने के बजाय उन्होंने कैंडी क्रश खेलना उचित समझा।” यह पोस्ट भाजपा की राज्य इकाई द्वारा साझा किया गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बघेल ने ‘एक्स’ पर लिखा है, ”पहले भाजपा को ऐतराज़ था कि मैं गेड़ी क्यों चढ़ता हूं, भौंरा क्यों चलाता हूं, गिल्ली डंडा क्यों खेलता हूं, प्रदेश में छत्तीसगढि़या ओलंपिक क्यों हो रहे हैं?”
बघेल ने लिखा है ”कल एक बैठक से पहले फ़ोटो मिल गई जिसमें मैं कैंडी क्रश खेल रहा हूं। अब भाजपा को उस पर ऐतराज़ है। दरअसल उनको मेरे होने पर ही ऐतराज़ है। पर यह तो छत्तीसगढ़ के लोग हैं जो तय करते हैं कि कौन रहेगा, कौन नहीं रहेगा।”
उन्होंने लिखा है, ”मैं गेड़ी भी चढूंगा, गिल्ली डंडा भी खेलूंगा। कैंडी क्रश भी मेरा पसंदीदा है। ठीक ठाक लेवल पार कर चुका हूँ, वह भी जारी रहेगा।” मुख्यमंत्री ने लिखा है, ”बाकि छत्तीसगढ़ को पता है कि किसे आशीर्वाद देना है।”