
अमृतसर: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार दूसरे दिन मंगलवार को यहां स्वर्ण मंदिर पहुंचे और ‘लंगर’ में ‘सेवा’ की. लंगर कक्ष पहुंचने के बाद गांधी ने सब्जियां छील कर और फिर बर्तन धो कर सेवा की. कांग्रेस नेता ने सिर पर नीले रंग का ‘पटका’ बांधा हुआ था और उन्होंने श्रद्धालुओं को लंगर (प्रसाद) भी परोसा. बाद में उन्होंने ज.मीन पर बैठकर लंगर छका. उन्होंने अपना ज्यादातर वक्त लंगर (सामुदायिक रसोई) में ही बिताया. गांधी अमृतसर पहुंचने के बाद सोमवार को स्वर्ण मंदिर गए थे. उन्होंने श्रद्धालुओं को पानी देकर और बर्तन साफ कर सेवा की थी.
कांग्रेस नेता ने ‘शबद कीर्तन’ (र्धिमक भजन) भी सुना था. गांधी ने पारंपरिक अनुष्ठान ‘पालकी सेवा’ में भी हिस्सा लिया था, जो समापन अनुष्ठान है, जिसमें गुरु ग्रंथ साहिब को ‘सुखासन’ के लिए अकाल तख्त ले जाया जाता है. पंजाब के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने सोमवार को कहा था कि गांधी स्वर्ण मंदिर की निजी यात्रा पर आए हुए हैं.