गुण्डरदेही: गुण्डरदेही नगर से लगा हुआ रेंगाकठेरा जहां आजादी के बाद से अब तक मुक्तिधाम नहीं बना था। परंतु सारे समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत के सरपंच इंद्राणी साहू ने कलेक्टर कुलदीप शर्मा के समक्ष सरपंच ने आप बीती बात बताई और कलेक्टर ने इस पर तत्काल स्वीकृति प्रदान की। आपको बता दें कि देश के आजादी के बाद छत्तीसगढ़ राज्य अलग हो गए। परंतु लगातार भाजपा और कांग्रेस की सरकार विकास के दावे करते आ रहे हैं परंतु आज धरातल पर जाएंगे तो विकास पूरा खोखला नजर आ रहा हैं। ग्राम रेंगाकठेरा की कुल आबादी लगभग 1200 है जहां पर अभी-अभी केंद्र सरकार की योजना जल जीवन मिशन की शुरुआत हुई है। कलेक्टर कुलदीप शर्मा सरपंच की बात को बारीकी से समझा और मुक्तिधाम के लिए स्वीकृति दी। सरपंच के मांग पत्र के मुताबिक कलेक्टर ने तत्काल जिला पंचायत सीईओ रेणुका श्रीवास्तव को मुक्तिधाम निर्माण करवाने का निर्देश दिया।
आपको बता दें कि इस रेंगाकठेरा गांव में इन शासकीय कार्यालयों का संचालन होता है। जैसे पुलिस थाना, एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय, पुलिस एसडीओपी कार्यालय, पीडब्ल्यूडी विभाग, अधिकारी कर्मचारियों के लिए लगभग 40 परिवारों का शासकीय क्वार्टर, एफसीआई गोदाम, गुण्डरदेही के नाम से संचालित सेवा सहकारी समिति यह सभी शासकीय कार्यालय संचालन होता हैं। उसके बाद भी यह गांव विकास के लिए तरस रहा हैं। जो क्षेत्रीय नेताओं की कमजोरी दर्शाता है।
रेंगाकठेरा के सरपंच इंद्रानी साहू ने कहा हमारे गांव में अधिकांश शासकीय कार्यालय संचालन होता है और हमारे गांव में बहुत समस्या है। हमारे गांव में किसी प्रकार के टैक्स नहीं लिया जाता है। विकास कार्य करने में काफी समस्या हो रही है। मैं आज कलेक्टर से मिलने आई हूं मुझे खुशी हो रहा है कि कलेक्टर मेरे मांग पत्र के अनुसार मुक्तिधाम के लिए स्वीकृति दी है। कलेक्टर कुलदीप शर्मा के आभार व्यक्त करती हूं। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कहा आपकी समस्या को मैं समझ सकता हूं। दुखद घड़ी में लोग मुक्तिधाम जाते हैं तो पानी व धूप वह बरसात से बचने ग्रामीणों के पास कोई उपाय नहीं है। इसलिए अभी फिलहाल मुक्तिधाम के लिए स्वीकृति करते हैं और आगे भी इस गांव में विकास करवाएंगे।