
रायपुर । कांग्रेस के राष्ट्रीय ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से ताम्रध्वज साहू ने इस्तीफा दे दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री ताम्रध्वज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल को शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंपा।
महत्वपूर्ण पदों की व्यस्तताओं का हवाला
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से चर्चा में साहू ने कहा कि दो महत्वपूर्ण पदों की व्यस्तताओं के कारण अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के दायित्वों के निर्वहन के लिए समय नहीं दे पा रहा था। विभिन्न् प्रदेशों में सांगठनिक दौरे के लिए भी समय नहीं निकल पा रहा था। पार्टी के हित में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से अपना त्याग पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रेषित किया है। दुर्ग सांसद रहने के दौरान साहू को कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। कांग्रेस के राष्ट्रीय ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से ताम्रध्वज साहू ने इस्तीफा दे दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री ताम्रध्वज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल को शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंपा।
महत्वपूर्ण पदों की व्यस्तताओं का हवाला
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से चर्चा में साहू ने कहा कि दो महत्वपूर्ण पदों की व्यस्तताओं के कारण अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के दायित्वों के निर्वहन के लिए समय नहीं दे पा रहा था। विभिन्न् प्रदेशों में सांगठनिक दौरे के लिए भी समय नहीं निकल पा रहा था। पार्टी के हित में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से अपना त्याग पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रेषित किया है। दुर्ग सांसद रहने के दौरान साहू को कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
मुख्यमंत्री की दौड़ में थे
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में साहू दुर्ग ग्रामीण से चुनाव जीते। प्रदेश में कांग्रेस का बहुमत आने के बाद ताम्रध्वज मुख्यमंत्री की दौड़ में भी शामिल थे। प्रदेश के प्रमुख ओबीसी चेहरे के रूप में साहू को भूपेश सरकार में मंत्री बनाया गया। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री बघेल के साथ साहू और टीएस सिंहदेव ने शपथ ली थी। प्रदेश में जब ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा शुरू हुई, तब साहू दौड़ से बाहर हो गए थे। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ साल से ज्यादा समय बचा है। ऐसे में साहू अपने विधानसभा पर फोकस करना चाहते हैं।