BREAKING-सिलगेर में पुलिस कैंप का विरोध थमा नहीं ,बैचापाल कैंप सड़क निर्माण में सैकड़ो ग्रामीण आंदोलन पर……

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बीजापुर। बीजापुर जिले में ग्रामीण पुलिस कैंप का लगातार विरोध कर रहे हैं। एक तरफ जहां सिलगेर में पुलिस कैंप का विरोध थमा नहीं रहा है जब कि अब अंदरूनी इलाके बेचापाल और हुर्रेपाल के ग्रामीण सुराक्षाबलों के कैंप और सड़क के विरोध में लामबंद हो गए हैं। मिरतुर इलाके के बेचापाल गांव में 27 नंबर से ग्रामीण आंदोलन में जुटे हुए हैं। फिलहाल हुर्रेपाल और बेचापाल के आप-पास गांव के सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन यह भी बात निकल कर सामने आ रही है कि यदि इनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो तमाम आसपास के दर्जनों पंचायतों गांवों के हजारों ग्रामीण कैंप के विरोध में लामबंद होंगे।
मंगलवार को ग्रामीणों के आंदोलन के 19 दिन पूरे हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 15 दिसम्बर तक वे लगातार आंदोलन जारी रखेंगे। 14 तारीख को विशाल रैली निकालकर बेचापाल से मिरतुर तक महारैली किया जाएगा। यदि इनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो आंदोलन लगातार जारी रहेगा। ग्रामीणों ने कहा कि,हमें इलाके में न तो सड़क चाहिए और न सुरक्षा। सड़क बनते ही फोर्स गांव में घुसेगी और बेकसूर ग्रामीणों को नक्सल प्रकरण जैसे तमाम ग्रामीणों को बेवजह गिरफ्तार करेगी। साथ ही ग्रामीणों की हत्या भी की जाएगी। साथ ही बेचापाल हुर्रेपाल को जोड़ कर बैलाडीला लौह अयस्क खनन माफिया को लाभ पहुंचाने की बात कही। ग्रामीण हुर्रेपाल में प्रस्तावित पुलिस कैंप का विरोध कर रहे हैं।
बेचापाल और हुर्रेपाल के ग्रामीण सुराक्षाबलों के कैंप और सड़क के विरोध में लामबंध हो गए हैं।
हुर्रेपाल में प्रस्तावित है सुरक्षाबलों का कैंप
नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले बेचापाल में कैंप स्थापित हो चुका है। इसके बाद अब पुलिस बीजापुर जिले के मिरतुर इलाके के हुर्रेपाल में सुरक्षाबलों का कैंप प्रस्तावित है। यह इलाका बेहद ही संवेदनशील है। पुलिस का मानना है कि, यदि इन इलाकों में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया जाता है तो नक्सलियों की जबरदस्त कमर टूटेगी। कैंप स्थापित होने की भनक लगते ही ग्रामीण सड़क पर उतर आए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यह हमारा गांव है, यहां कैंप खुलने नहीं देंगे।
मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामीणों ने लिखा बेचापाल बीजापुर जिले में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि, आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने मानव श्रृंखला बनाई हो। पुलिस कैंप के विरोध के दौरान मानव श्रृंखला बनाकर बेचापाल लिखा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हमारा गांव है। यहां हम कैंप खुलने नहीं देंगे। लगभग 15 दिनों पहले ही ग्रामीणों ने इलाके में प्रशासन द्वारा बनाई जा रही सड़क को भी जगह-जगह से त्रिपाल का तंबु लगाकर बीच सड़क पर घर की तरह बना दिया है।