
नोएडा: पाकिस्तान से भागकर दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा आई सीमा हैदर अभी भी जांच एजेंसियों के रडार पर है. भारत में अवैध ढंग से घुसने के जुर्म में गिरफ्तार सीमा हैदर अब कई एजेंसियों की पूछताछ का सामना कर चुकी हैं, लेकिन अभी भी काफी कुछ ऐसा है जिसकी वजह से सीमा को क्लीन चिट नहीं मिल सकी है.
दरअसल सीमा की बोलचाल की भाषा बिल्कुल अलग है. उसकी हिंदी भाषा में अच्छी पकड़ है. मूल रूप से पाकिस्तान के बलूचिस्तान में रहने वाली सीमा की मातृभाषा बलोच होने के बावजूद वह धाराप्रवाह हिंदी में जवाब दे रही है और वह अंग्रेजी भी ठीक-ठाक बोल लेती है. सीमा हैदर ने बताया कि उसका घर सिंध प्रांत में था और वह ज्यादा पढ़ी-लिखी भी नहीं हैं. लेकिन जिस अंदाज में वह अब तक पुलिस और मीडिया को जवाब देती आई है, उससे जांच एजेंसियों का शक गहरा रहा है.
मोबाइल, पता और पासपोर्ट की चल रही जांच
जांच एजेंसियां सीमा के मोबाइल फोन की गहन जांच कर रही हैं और उसके दिए पते तथा पूरे परिवार की जानकारी भी जुटा रही है. इसके साथ ही सीमा के पास मिले उसके और चारों बच्चों के पासपोर्ट की भी जांच की जा रही है. सीमा का दावा है कि वह पाकिस्तान के जिस इलाके से आई है, वहां महिलाओं पर काफी जुल्म किया जाता है. ऐसे में अब अगर वह वापस जाती है तो उसकी जान को भी खतरा है. इस बीच न्यूज 18 इंडिया के एक कार्यक्रम में सीमा का सऊदी अरब में रहने वाले उसके पति से आमना-सामना भी कराया गया, जिसमें दोनों के बीच तीखीं बहस भी हुई.
इसके कुछ देर बाद यूपी पुलिस की एक टीम ने सीमा और सचिन से दोबारा से पूछताछ की. दोनों से करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई और उनके बयान लिए गए. सीमा भले ही भारत की नागरिकता के लिए सरकार से लगातार गुहार लगा रही है, लेकिन जब तक सचिन से उसकी कानून शादी नहीं हो जाती और उसे पत्नी का अधिकार नहीं मिल जाता, तब तक सीमा को भारतीय नागरिकता नहीं मिल सकती.