
इंदौर: यहां से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। कुछ ही घंटे पहले सुहागन बनी युवती की मांग का सिंदूर उजड़ गया। हाथों की मेहंदी का रंग उतरने से पहले ही आंखों से बहती अश्कों की धारा से हल्दी का रंग उतर गया। उधर बेटे का इंतजार में स्वागत की थाली सजाकर बैठी मां के अरमान भी पलभर में उजड़ गए। खबर आई तो बेटे की मौत की। दो दिन तक जिन घरों में शहनाइयों की गूंज सुनाई दे रही थी वहां अब रोने और चीखने की आवाजें सुनाई दे रही है। तो चलिए जानते हैं ऐसा क्या हुआ कि सुहागरात से पहले ही दुल्हन विधवा हो गई?
मिली जानकारी के अनुसार इंदौर निवासी दीपक सोंधिया की शादी इंदौर की लड़की से तय हुआ था। तय मुहूर्त पर दोनों ने सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाई और सात फेरे लेकर एक दूजे के हो गए। लेकिन ये खुशी ज्यादा देर टिक नहीं पाई। हुआ यूं कि इंदौर से दुल्हन को वापस लेकर आने के दौरान रास्ते में दीपक सोंधिया ने एक कार को ओवरटेक की। लेकिन जिस कार को ओवरटेक किया गया उसमें सवार युवकों को ये बात नगवार गुजरी और उन्होंने बाराती कार को रास्ते में रोक दी। कार से दीपक के बाहर आते ही युवकों ने उससे मारपीट करनी शुरू कर दी।
मारपीट होते देख कार में सवार दीपक का भाई राजकुमार भी उतरा और बीच बचाव करने लगा, तभी पीछे से एक अन्य कार आई और उसमें से बदमाशों ने उतरते ही दीपक पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसे दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया। बीच बचाव कर रहे भाई राजकुमार को भी चोट आई है।
घायल दीपक और उसके भाई को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई। दीपक की मौत की खबर ससुराल और उसके घर पर बम बनकर गिरी। दोनों घरों में शहनाई की जगह अब सिर्फ चीखने और रोने की आवाज सुनाई दे रही है। दूल्हन और दीपक के परिजनों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे। फिलहाल पुलिस मामले में जांच में जुटी हुई है और कहा जा रहा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।