रायपुर: अलग-अलग छह फर्मों के जरिए 71.38 करोड़ का आइटीसी लाभ लेने वाला आरोपित सर्वेश कुमार पांडेय को जीएसटी टीम ने पकड़ा। जीएसटी अधिकारियों ने सीजीएसटी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर शनिवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
मालूम हो कि जीएसटी टीम ने पिछले महीने 13 फर्जी फर्मों के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था, उसमें गिरफ्तार किए गए आरोपित हेमंत कसेरा से मिले इनपुट के आधार पर ही यह कार्रवाई हुई।
सीजीएसटी आयुक्त मोहम्मद अबू सामा ने बताया कि आरोपित हेमंत कसेरा द्वारा संचालित फर्मों के द्वारा बड़ी मात्रा में रायपुर स्थित त्रिवेणी मेटालिकइंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और त्रिवेणी एंटरप्राइजेस को दी गई थी। जांच के दौरान पता चला कि इन दो फर्मों के साथ ही चार अन्य फर्मों को भी आरोपित सर्वेश कुमार पांडेय द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित किया जाता है।
जीएसटी अधिकारियों की टीम द्वारा जांच में पता चला कि आरोपित ने 71.38 करोड़ का फर्जी आइटीसी लिया है, आरोपित ने जीएसटी ने बचने के इरादे से इसे लिया था। सीजीएसटी आयुक्त ने बताया कि अब गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या 17 हो गई है।