मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘भूलन द मेज” देखने जाएंगे। इसके लिए शाम को मल्टीप्लेक्स का एक शो बुक कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कांग्रेस की कार्यशाला में कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को भी यह फिल्म देखने के लिए आमंत्रित करने वाले हैं.(Bhulan The Maze)
निर्देशक मनोज वर्मा की यह छत्तीसगढ़ी फिल्म, प्रख्यात साहित्यकार संजीव बख्शी के उपन्यास ‘भूलन कांदा’ पर आधारित है। पिछले साल इस फिल्म ने क्षेत्रीय भाषा की श्रेणी में बेस्ट फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था। नई फिल्म नीति लागू होने के बाद सरकार ने इस फिल्म को एक करोड़ रुपए का अनुदान भी जारी किया है.
क्षेत्रीय भाषा और मुख्य धारा की फिल्म नहीं होने की बात कहकर शुरुआत में भूलन द मेज को स्क्रीन नहीं मिल रही थी। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद इसे देश भर में 100 स्क्रीन पर रिलीज किया गया है। पीपली लाइव में नत्था का अमर किरदार निभा चुके ओंकारदास मानिकपुरी इस फिल्म में लीड रोल में हैं.
यह फिल्म मौजूदा न्याय व्यवस्था की विडंबना पर केंद्रित है। यह यहां के जंगलों में उगने वाली एक कंद “भूलन कांदा’ की तरह है। कहा जाता है कि भूलन कांदा पर पैर पड़ गया तो आदमी रास्ता भूल जाता है। वह आदमी सही रास्ता तब तक नहीं पाता जब तक उसे दूसरा व्यक्ति छूकर न जगा दे.(Bhulan The Maze)