गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले के मरवाही में जंगल और चारा-पानी की कमी से वन्य प्राणी अब गांवों और शहरों में प्रवेश करने लगा है। मरवाही में हाथी, हिरण, सियार के साथ भालू का स्वच्छंद विचरण शुरू हो गया है। प्रत्येक महीनो में एक -दो बार भालू शहर में प्रवेश करता है। यह वन्यप्राणी के साथ इंसानों के लिए भी चिंता का बड़ा कारण है।
बीते शनिवार को भालू भोजन की तलाश में जंगलों से विचरण करता हुआ मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्राम दानिकुंडी में बने एक गौठान पर आ पहुंचा। भालू के पहुंचे ही गौठान में हड़कप मच गया। वहा मौजूद लोगो ने दौड़ कर अपनी जान बचाई। भालू काफी देर तक गौठान में भोजन की तलाश में घूमता रहा। लेकिन खाने को कुछ नही मिलने के कारण वह वापस जंगल की ओर निकल गया। जिसका विडियो वहा मौजूद ग्रामीणों ने बना लिया। जो अब सोशल मीडिया में काफ़ी वायरल हो रहा है।
अवैध खनन, पेड़ो की हो रही तेजी से कटाई ..
जिले में मौजूद जंगलों को बेरहमी से खत्म किया जा रहा है। आधिकारी और माफियो की मिली भगत से जंगलों में अवैध खनन और पेड़ों की कटाई लागातार हो रही है। वही सरकार द्वारा भी प्रतिवर्ष जंगलों में वन प्राणियों के संवर्धन के लिए के लिए करोड़ों की राशि दी जा रहीं हैं। लेकिन धरातल में सारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। जिसके कारण ही अब जंगली जानवर अपने बच्चों का पेट भरने के लिए खाना की तलाश में शहरी इलाकों में पहुंच रहे है।