शहर में एक अनोखा बैंक संचालित, राम के नाम से होता है पैसा जमा, पढ़े पूरा खबर…
राजनांदगांव: शहर में एक अनोखा बैंक संचालित है जो सप्ताह के पूरे सात दिन खुला रहता है। जहां लोग रूपए पैसे नहीं बल्कि राम नाम जमा करने जाते हैं। लगभग चार दशक से राजनांदगांव शहर के समीप सीताराम बैंक संचालित किया जा रहा है। जहां श्रद्धालु सीताराम नाम जमा कर रहे हैं।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की महिमा अपरंपार है। महज राम नाम से पत्थरों के तैरने का प्रमाण भी मौजूद है, तो वही भगवान राम के नाम से बिगड़े काम बनाने लोग जीवन भर राम नाम जपते हैं और अंत भी राम नाम सत्य के साथ होता है। राम का नाम श्रद्धा और भक्ति की ऐसी पूंजी है जिसे श्रद्धालु अपने हृदय में सहेज कर रखते हैं, तो वहीं राम नाम को सहजने के लिए राजनंदगांव शहर के समीप नेशनल हाईवे पर पार्री नाला पुल के नीचे लगभग चार दशकों से सीताराम बैंक का संचालन किया जा रहा है।
इस अनूठे बैंक में रुपये-पैसे नहीं बल्कि राम नाम जमा होते हैं। भगवान शिव और हनुमान जी के मंदिर परिसर में स्थापित इस सीताराम बैंक में छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर, दुर्ग ,भिलाई , कबीरधाम, बालोद और आसपास जिले के श्रद्धालु प्रति सप्ताह लाखों राम नाम यहां जमा करते हैं। मंदिर के पुजारी द्वारा श्रद्धालुओं को राम नाम भरने कागज उपलब्ध कराए जाते हैं , जिसमें एक कागज पर राम और दूसरे पर सीताराम लिखा रहता है। जिसके खाली खानों में श्रद्धालु राम-राम और सीताराम लिखते हैं।
100 वर्ष पुराना इतिहास
इस सीताराम बैंक की स्थापना को लेकर मंदिर के पुजारी कुमार साहू का कहना है कि यह मंदिर 100 वर्षों से भी अधिक पुराना है, लगभग चार दशक पहले राजनांदगांव शहर के दुर्गा शरण गुप्ता ने यहां पर सीताराम नाम बैंक की स्थापना की, जहां श्रद्धालु राम नाम भरकर इस बैंक में जमा करते हैं। इसके बाद करोड़ों की संख्या में राम नाम जमा होने पर इसे श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या भेज दिया जाता है।
सकारात्मक ऊर्जा का संचार
राजनांदगांव शहर के सीताराम बैंक में अब तक करोड़ राम नाम श्रद्धालुओं के द्वारा लिखकर जमा किए जा चुके हैं। वैसे तो सप्ताह के सातों दिन यह बैंक खुला रहता है, लेकिन विशेष तौर पर श्रद्धालु इस बैंक में शनिवार और मंगलवार को राम नाम जमा करने पहुंचते हैं, तो कुछ श्रद्धालु मंदिर परिसर में ही बैठकर राम नाम सीताराम लिखकर जमा कर देते हैं। राम नाम लिखने वाले श्रद्धालु संतोष बावरिया का कहना है कि राम नाम लिखने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
अयोध्या भेजे जाने की तैयारी
सीताराम नाम बैंक में जमा होने वाले राम नाम को लाल गठरी में बांधकर रखा जाता है और करोड़ों की संख्या में राम नाम एकत्रित हो जाने पर इसे श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या भेजा जाता है। इससे पहले लगभग दो-तीन बार राम नाम अयोध्या भेजा जा चुका है, तो वही एक बार फिर करोड़ों की संख्या में जमा हुए राम नाम को अयोध्या भेजे जाने की तैयारी भी की जा रही है। राम नाम की श्रद्धा और भक्ति के इस अनोखे बैंक में राम नाम जमा होते हैं और जमा कर्ता को सुखवा सुकून की प्राप्ति होती है। तो वही कई श्रद्धालु मनोकामना करके भी 1008 या सवा लाख राम नाम लिखकर जमा करते हैं और यह सिलसिला अनवरत जारी है।