
एसटी-एसटी आयोग में दोषी करार होने के बाद भी संचालक मंडल की बैठक में शामिल हुए अध्यक्ष के पुत्र, महिलाओं ने किया विरोध
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित रायपुर के विभागीय दफ्तर में आज संचालक मंडल की बैठक आयोजित की गई। सोचने वाली बात यह है कि अनुसूचित आयोग द्वारा दोषी करार देने के बावजूद इस बैठक में अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन के पुत्र शिल्पराज देवांगन शामिल हुए। वहीं महिला समूहों ने दफ्तर के बाहर विरोध किया। दरअसल, छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन पर लगातार महिला समूहों द्वारा कमीशन और कार्य आदेश निरस्त करने की धमकी देने का आरोप लगाया जा रहा है। इस मुद्दे पर महिलाओं ने सीएम बघेल और ग्रामोद्योग मंत्री रूद्र कुमार को ज्ञापन भी सौंपा है। बावजूद इसके अध्यक्ष द्वारा मनमानी की जा रही है। एक तरफ जहां विवादित बयान देने के कारण सीएम बघेल के पिता की गिरफ्तारी हुई और एक यह विभाग है जहां दोषियों के लिए खुला छूट है। सवाल यह उठता है कि अनुसूचित जाती आयोग द्वारा दोषी करार देने के बावजूद अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन के पुत्र शिल्पराज देवांगन संचालक मंडल की बैठक में शामिल कैसे हुए? महिला समूह अध्यक्ष शोभा ठाकुर ने बताया कि सबसे पहले अपने आफिस केबिन में बुलाकर अध्यक्ष द्वारा कमीशन की मांग की गई। कमीशन का विरोध करने पर समूह के आर्डर कैंसल कराने की कोशिश की। अपने रोजगार को बचाने के लिए महिलाओं ने यथावत प्रयास किया तो समूह वालो को कोर्ट का नोटिस तक दिया गया। इसके बाद समूह वालो को फोन पर धमकी भी दी गई, जिससे परेशान होकर संगठन की प्रदेश अध्यक्ष शोभा ठाकुर एक प्रेस कान्फरेंस कर उसे निवेदन भी किया कि हम समूह की महिलाओं को परेशान न करें, हम गरीब महिला है, आपको कमीशन नहीं दे सकते और शोभा ठाकुर ने प्रेस के माध्यम से मोतीलाल देवांगन से निवेदन भी किया था कि अब इसके बाद वो शांत हो जाए और हमें शांति से अपना काम करने दे, नहीं तो हमें फिर से प्रेस कान्फरेंस करना पड़ेगा और वो हाथकरघा आफिस के बाहर होगा। इसके बाद भी अध्यक्ष अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। मोतीलाल देवांगन ने आफिस में शोभा
ठाकुर के जाने पर और किसी कर्मचारी से मिलने पर रोक लगा दी है। जब शोभा ठाकुर समूह की किसी काम से हाथ करघा आफिस जाती है तो बाहर वाचमेन
रोक देते है, पूछते है किससे मिलना है आपको और उनका नाम बताने पर कहते है आप रूको में पूछकर आता हूं वो आपसे मिलना चाहते है कि नहीं। जब शोभा ठाकुर ने वहां के कर्मचारियों से पूछा कि मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे है तो वे बोलते है अध्यक्ष जी ने ऐसा कह रखा है। उन्होंने ही आपके आने पर रोक लगा रखा है और ऐसा शोभा ठाकुर के साथ बार बार हो रहा है। क्योंकि समूह के काम से शोभा ठाकुर को बार-बार आफिस जाना ही पड़ता है। महिला स्वसहायता समूह संगठन की अध्यक्ष शोभा ठाकुर ने बताया कि कुछ समिति वालो के माध्यम से यह भी पता चला है कि शिल्पराज देवांगन जो कि संचालक मंडल के सदस्य है आयोग द्वारा उनको दोषी करार दिया गया है,
इसके बाद भी संचालक मंडल की बैठक बुलाई गई है। शिल्पराज देवांगन इस बैठक में उपस्थित थे, जबकि इस बैठक की कोई आवश्यकता ही नहीं थी। बुनकर सिमिति वालो का यह भी आरोप है बुनकर संघ की अध्यक्ष समिति वालो को धागा प्रदान करने में भी भेदभाव करते है। इससे समिति वाले बहुत परेशान है समिति वालों का यह भी कहना है कि अध्यक्ष मोतीलाल के सुपुत्र शिल्पराज देवांगन का कपड़ों का बहुत बड़ा शोरूम होते हुए वो संचालक मंडल के सदस्य बने हुए है। जबकि बुनकर समिति गरीब बुनकरों के लिए है। किसी बड़े व्यापारी के लिए नहीं है
और न जाने ऐसे कितने आरोप है उनके खिलाफ। अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन से सिर्फ समूह वाले ही नहीं समिति वाले भी परेशान हैं और कुछ दिन पहले किसी अखबार में पढ़ा था उनके ही आफिस के छोटे कर्मचारी भी उनसे परेशान है। उनके खिलाफ हड़ताल भी किए थे । समूह संगठन की अध्यक्ष शोभा ठाकुर ने बताया कि अध्यक्ष के लगातार परेशान करने के कारण हैं, यह कान्फ्रेंस फिर से करना पड़ा जिसमें संगठन की अध्यक्ष शोभा ठाकुर, सचिव शीतला ठाकुर, उपाध्यक्ष नंदनी साहू, सहसचिव चांदनी देवांगन, कार्यकारिणी सदस्य प्रिया देवांगन, रेखा देवांगन, चित्ररेखा साहू समेत लगभग 50 सदस्य शामिल हुए ।