
दिनेश जायसवाल सारंगढ़:– 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह के दिन जिला प्रशासन द्वारा अच्छा कार्य करने वाले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाता है परंतु उन कर्मचारियों का चयन किस प्रकार किया जाता है यह संशय की स्थिति है दरअसल पूरा मामला यह है जीन तकनीकी सहायक महेश्वर मनहर को इस बार बेस्ट तकनीकी सहायक के लिए चुना गया था उन्हीं के कारनामे अवार्ड पाने के 2 दिन बाद ही उजागर हो गए इससे जिला प्रशासन के चेहरे ही शर्मसार हो गए
इनके द्वारा ग्राम पंचायत खोखसीपाली जनपद पंचायत सारंगढ़ में वित्तीय वर्ष 20-21 में कराए गए डबरी निर्माण कार्य 1. सदानंद/जगदीश के नाम से स्वीकृत हुआ था इसे जेसीबी से करवाने के उपरांत लगभग ₹102000 की राशि का आहरण संबंधित तकनीकी सहायक महेश्वर मनहर एवं कार्यक्रम अधिकारी युवराज पटेल के द्वारा फर्जी तरीके से किया गया जिओ मनरेगा के वेबसाइट पर जेसीबी से निर्मित डबरी का द्वितीय चरण और तृतीय चरण में जियो टेग किया गया है जिसके आधार पर इनकी शिकायत जिला कलेक्टर महोदय से की गई है कार्य की फोटो को देखकर स्पष्ट कहा जा सकता है
कि यह डबरी जेसीबी द्वारा निर्मित किया गया है और वेबसाइट पर अपलोड फोटो को कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा स्वीकृत करते हुए डबरी निर्माण हेतु आगे की किस्त का भी भुगतान कर दिया गया है इससे यह स्पष्ट है की यह मामले में रोजगार सहायक तकनीकी सहायक एवं कार्यक्रम अधिकारी तीनों ही अधिकारी मिलीभगत दे करके राशि का आहरण किए हैं अब देखने वाली बात होगी क्या इनसे अवार्ड वापस लिया जाएगा या फिर इनकी ही घर वापसी कर दी जाएगी