रायगढ़: थाना चक्रधरनगर पुलिस ने अवैध शराब के परिवहन और बिक्री के प्रयास में लगे एक युवक को गोवर्धनपुर पुलिया के पास पकड़कर कार्रवाई की है। कल दिनांक 15 नवंबर 2025 को यह कार्रवाई तब हुई, जब मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई की। सूचना के अनुसार, प्रभारी थाना चक्रधरनगर उप निरीक्षक गेंदलाल साहू को मुखबिर ने सूचित किया कि जागेश्वर सारथी, निवासी जोगीडीपा, रायगढ़, स्कूटी पर अवैध महुआ शराब रखकर रेगड़ा क्षेत्र की ओर गोवर्धनपुर जाने की योजना बना रहा है। सूचना प्राप्त होते ही थाना प्रभारी ने टीम के साथ तत्काल मौके पर रवाना होकर संदिग्ध क्षेत्र में घेराबंदी कर दी।
गोवर्धनपुर पुलिया मेन रोड के पास संदिग्ध स्कूटी क्रमांक CG 13 AM 8449 को रोककर जांच की गई। पुलिस ने स्कूटी में रखे एक बड़े बोरे की तलाशी ली, जिसमें दो प्लास्टिक जरीकेन पाए गए। प्रत्येक जरीकेन में 10–10 लीटर क्षमता की महुआ शराब भरी हुई थी। कुल बरामद की गई शराब की मात्रा 20 लीटर थी, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 4,000 रुपये बताई गई है। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम जागेश्वर सारथी पुत्र स्व. साहेबलाल सारथी, उम्र 28 वर्ष, निवासी जोगीडीपा, थाना कोतवाली, रायगढ़ बताया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अवैध शराब को बिक्री हेतु परिवहन कर रहा था। पुलिस ने मौके पर ही शराब और स्कूटी को जप्त कर लिया और आरोपी के खिलाफ धारा 34(2) व 59(क) आबकारी अधिनियम के तहत थाना चक्रधरनगर में अपराध पंजीबद्ध किया। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक पौलूस एक्का और हमराह स्टाफ की सक्रिय भूमिका रही।
पुलिस टीम ने बताया कि ऐसी अवैध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई करना स्थानीय समाज की सुरक्षा और शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक है। बरामद शराब और वाहन को प्रमाण के तौर पर सुरक्षित रखकर आगे की कानूनी प्रक्रिया सुनिश्चित की गई। चक्रधरनगर पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अवैध शराब परिवहन या बिक्री की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इससे न केवल अपराधियों पर कार्रवाई तेजी से की जा सकेगी, बल्कि शराब
से जुड़े सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी खतरों को भी रोका जा सकेगा। थाना प्रभारी उप निरीक्षक गेंदलाल साहू ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय ही सुरक्षित समाज की नींव है और ऐसे अभियान लगातार चलाए जाएंगे। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध शराब की तस्करी से जुड़ी हर घटना गंभीरता से देखी जाएगी। स्थानीय लोगों की जागरूकता और पुलिस की सतर्कता से ग्रामीण क्षेत्रों में शराबबंदी और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है।






