
बिलासपुर: तखतपुर थाने में पदस्थ आरक्षक आकाश निषाद (क्रमांक 1287) पर तखतपुर के वार्ड क्रमांक 12 की एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि आरक्षक ने जबरन घर में घुसकर अवैध वसूली की और पैसे न देने पर उसके पति को झूठे शराब तस्करी के केस में फंसा दिया. महिला ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी है और शपथ पत्र भी सौंपा है.
शिकायत में बताया गया कि आरक्षक ने पहले 20 हजार रुपए लिए और फिर 10 हजार की दोबारा मांग की. इनकार करने पर अगले दिन उसके पति को शराब लाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. महिला ने सवाल उठाया कि बिना महिला पुलिस और अनुमति के घर में घुसना नियमों की धज्जियां उड़ाना है. मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है.
तखतपुर की निवासी शिकायतकर्ता महिला के मुताबिक बीते 2 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे आरक्षक आकाश निषाद अपने एक साथी के साथ जबरन उनके घर में घुस गया और वीडियो बनाने लगा. उसने पति-पत्नी को धमकाते हुए कहा कि वे शराब बेचते हैं, और झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 20 हजार रुपए की मांग की. डरकर उन्होंने आरक्षक को 20 हजार रुपए दे दिए.
आरक्षक फिर घर आया और इस बार 10 हजार रुपए की मांग की, साथ ही ‘मुर्गा बनाने और घर में ही खाने’ की बात कही. पैसे देने से मना करने पर उसने परिणाम भुगतने की धमकी दी. अगले ही दिन आरक्षक ने महिला के पति को शराब भट्ठी से अपने पीने के लिए शराब लाते हुए पकड़ा. शराब तस्करी का झूठा मामला (धारा 34(2)) दर्ज कर पति को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया.
महिला का कहना है कि आरक्षक उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर बार-बार पैसे मांगता था. शिकायतकर्ता महिला ने आरक्षक आकाश निषाद की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए महिला पुलिस बल और बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के घर में घुसने की बात कही. आरक्षक आकाश निषाद के अवैध वसूली की शिकायत पहले भी हुई थी. तखतपुर के परसाकापा बराही में अवैध वसूली पर ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी थी, जिसमें वह घायल भी हो गया था.