मुबंईः महाराष्ट्र विधानसभा Maharashtra Assembly का कार्यकाल आज यानी मंगलवार को समाप्त हो रहा है। इसी बीच अब एकनाथ शिंदे ने राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। इस दौरान उनके साथ देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने वाले गठबंधन महायुति ने अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है। रेस में देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे हैं, लेकिन किसके नाम पर मुहर लगेगी, ये बीजेपी आलाकमान तय करेगा।
शिंदे डिप्टी CM नहीं बनेंगे, किसी विधायक का नाम आगे बढ़ाएंगे
Maharashtra Assembly सूत्रों के मुताबिक, CM पद से इस्तीफा देने और नई सरकार बनने के बाद एकनाथ खुद डिप्टी CM का पद नहीं लेंगे। वे पार्टी के ही किसी विधायक का नाम आगे बढ़ाएंगे। सरकार का एजेंडा तय करने के लिए तीनों दलों की एक कमेटी बनाई जा सकती है, जिसके मुखिया एकनाथ शिंदे को बनाया जा सकता है।
नहीं बनी सहमति
Maharashtra Assembly 23 नवंबर शनिवार को नतीजों के ऐलान के बाद महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर सरकार बनाने का रास्ता साफ कर लिया था। तब 132 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी या NCP ने 41 सीटें अपने नाम की थीं।
महाराष्ट्र में पहले क्या हुआ?
राज्य में इससे पहले कई ऐसा बार हुआ जब मुख्यमंत्री ने शपथ विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद ली है।
2004 में विधानसभा का कार्यकाल 19 अक्टूबर को खत्म हुआ था। मुख्यमंत्री ने शपथ 1 नवंबर, 2004 को ली थी।
2009 में 11वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को खत्म हुआ था। सीएम ने 12वीं विधानसभा के लिए शपथ 7 नवंबर, 2009 को ली थी।
12वीं विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर, 2014 को खत्म हुआ था और 13वीं विधानसभा के लिए नए मुख्यमंत्री ने 31 अक्टूबर, 2014 को शपथ ली थी।
13वीं विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर, 2019 को पूरा हुआ था। नए मुख्यमंत्री ने 28, नवंबर, 2019 को शपथ ली थी।