जगदलपुर: बस्तर में वाहन चालकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। परिवहन विभाग बिना ट्रायल के ही चालकों को ड्राइविंग लाइसेंस दे रहा है। वाहन चलाना नहीं आता, फिर भी कंप्यूटर में परीक्षा देकर लायसेंस license ले रहे हैं। यही कारण है वाहन दुर्घटनाएं आए दिन हो रही हैं। READ ALSO :Chhattisgarh: फेसबुक से दोस्ती कर दिया छात्रा को दिया, शादी का झांसा फिर किया रेप, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर…
Divisional Headquarters संभागीय मुख्यालय से लगभग 7-8 किमी दूर सरगीपाल में संभाग का पहला स्वचालित ड्राइविंग ट्रैक वर्षों से बनना था जो वर्तमान में ठंडे बस्ते में चला गया। लगभग 3 वर्ष पूर्व आड़ावाल स्थित आरटीओ कार्यालय के निकट स्थित सड़क में लायसेंस के लिए चालकों का ट्रायल करते थे, पर वर्तमान में ड्राइविंग ट्रैक के अभाव में कार्यालय में ही कंप्यूटर से चालकों ट्रायल कर रहे हैं। READ ALSO :Chhattisgarh: कवर्धा लोहारीडीह हत्याकांड: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, SP और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज हो FIR, पढ़े पूरी खबर…
इस तरह से तीन सालों में विभाग ने लगभग 9000 चालकों को ड्रायविंग लायसेंस driving licence बनाकर जिंदगी से खिलवाड़ किया। बताया जा रहा है कि कई चालक तो बिना ट्रायल के ही एजेंट के माध्यम से परिवहन सुविधा केन्द्र में ही लाइसेंस बनवा रहे हैं। स्थाई लायसेंस के लिए चालकों को आरटीओ कार्यालय जाना पड़ता है, इस तरह से ड्राइविंग लाइसेंस ट्रायल दिए बिना ही चालकों को मिल रहे हैं।
ट्रैक के लिए दो बार चयनित हुई भूमि
transport office परिवहन कार्यालय के निकट स्थित 5 वर्ष पूर्व 5 एकड़ जमीन तय किया गया था, जिससे राजस्व विभाग ने आबंटन किया था। इस जमीन पर ग्राम पंचायत आड़ावाल की ओर से जिला प्रशासन एवं राजस्व विभाग से खेल मैदान के लिए आबंटित कर लिया। उसके बाद परिवहन विभाग के पास ड्रायविंग driving ट्रैक के लिए जमीन ढूंढा, तो आड़ावाल से लगभग 7 किमी ग्राम सरगीपाल में भूमि मिली जिसे राजस्व से आबंटित किया। जहां ट्रेक का टेंडर भी हुआ पर ठेकेदार की मनमानी से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
108 चालकों का लायसेंस किया निलंबित
बताया जा रहा है कि पुलिस एवं ट्रॉफिक की ओर से वाहन दुर्घटनाओं और नियमों के खिलाफ वाहन चला रहे 108 चालकों के लाइसेंस को आरटीओ ने निलंबित किया। इस पर परिवहन विभाग के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय transport office के कर्मचारी ने ऐसे चालकों को नोटिस देने में मशक्कत कर रहे हैं, बताया जा रहा हैं कि अधिकांश चालकों लायसेंस बस्तर जिले के बाहर और दूसरे राज्यों जैसे भिंड मुरैना, पंजाब, झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश आदि के हैं। तीन महीने के बाद नए सिरे से चालान का भुगतान के बाद पुलिस थानों से इन वाहन चालकों को उनके लाइसेंस वापस मिल सकेंगे। READ ALSO :Chhattisgarh: फेसबुक से दोस्ती कर दिया छात्रा को दिया, शादी का झांसा फिर किया रेप, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर…
ट्रैक के अभाव से कंप्यूटर पर ले रहे परीक्षा
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी transport officer डीसी बंजारे ने इस संबंध में बताया कि ग्राम सरगीपाल में संभाग का पहला ड्राइविंग driving टेक बनेगा, इसके लिए एजेंसी तय हो गई। ठेकेदार की मनमानी के चलते अब तक ड्राइविंग ट्रैक का निर्माण कार्य नहीं हो सका, इसके लिए ठेकेदार को निर्देश दिया गया कि शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू करें। ट्रैक नहीं होने से कंप्यूटर में चालकों की परीक्षा लेकर लायसेंस दिया जा रहा है।