बलौदाबाजार: जिले के ग्राम पंचायत मोहान बोदा में खनिज माफिया बेखौफ महानदी से रेत का अवैध खनन और परिवहन कर रहे. प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं. प्रशासनिक अधिकारियों से साठगांठ कर एक बार फिर माफिया महानदी से अवैध रेत उत्खनन करने में लगे हैं. लगातार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
लोकसभा चुनाव के तहत पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसे में राजनीतिक दलों का प्रशासन पर दबाव खत्म हो जाता है. प्रशासनिक अधिकारी अवैध कामों पर अंकुश लगाने में सक्रिय होकर भूमिका निभाते हैं, लेकिन बलौदाबाजार में प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं. प्रशासनिक अधिकारियों से साठ गांठ करके एक बार फिर माफिया महानदी से अवैध रेत उत्खनन करने के लिए सक्रिय हो गए हैं. बलौदाबाजार से होकर गुजरने वाली छत्तीसगढ़ की जीवनदायनी महानदी का सीना चेन माउंटेन मशीन से चीरकर खनन माफिया कारोबार कर रहे हैं.। यह सब कुछ जिला खनिज विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा है.
शिकायत होने के बाद भी खनिज विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी अब तक कोई कार्रवाई नहीं किए हैं. ग्रामीणों के अनुसार ग्राम बोदा रेत घाट से 3 माउंटेन मशीन और 2 एक्सवेटर से हर दिन 150 से अधिक हाईवा और ट्रक में अवैध रेत निकाला जा रहा है. इससे न सिर्फ नदी के सिस्टम को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि पर्यावरण और शासन के खाते में आने वाले राजस्व का भी नुकसान हो रहा है.
अवैध रेत खनन रोकने की मांग करते हुए सरपंच फिरत नेताम ने कलेक्टर को आवेदन दिया है. इधर इस पूरे मामले में जब जिला खनिज अधिकारी केके बंजारे से उनका पक्ष जानना चाहा तो वह कुछ भी कहने से इंकार करते हुए कहा कि उन्हें कलेक्टर से कार्रवाई की अनुमति दिलवा दें. उन्हीं के आदेश पर कार्रवाई होगी. इस बात से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से आचार संहिता के बीच खनन माफिया को महानदी का सीना छलनी करने में प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग मिल रहा है.
अवैध कारोबार पर लगाएं रोक : सरपंच
शिकायत करने आए मोहान के सरपंच ने कहा कि अगर मोहान के आश्रित ग्राम बोदा में जब रेत घाट चलाए जाने की अनुमति कलेक्टर ने दी है तो उनके गांव के लोगों को भी घाट चलाने की अनुमति कलेक्टर दें. या फिर बोदा में चल रहे अवैध खनन कारोबार को तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर राजस्व के हो रहे नुकसान की भरपाई कराते हुए अवैध कारोबार पर कार्रवाई करें.
मोहान खदान से हो रहा रेत का अवैध खनन
बता दें कि मोहान रेत खदान से खनन के लिए 2 जून 2023 के लिए अनुमति थी, लेकिन इसके बाद भी खनिज विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में यह 22 जून 2023 तक संचालित होता रहा और शासन को बड़ी राजस्व क्षति खनन माफिया और खनिज विभाग के अधिकारी पहुंचाते रहे. अब इसी मोहान घाट से लगे बोदा घाट में अवैध रूप से रेत घाट संचालित किया जा रहा है. लल्लूराम डाॅट काम लगातार अवैध रेत उत्खनन का मामला उठा रहा है. आपको यह भी बता दें कि इस वर्ष मोहान रेत खदान का ठेका ही नहीं हुआ है. इसके बावजूद रेत का अवैध उत्खनन जारी है.