
कोरबा: अपने दो परिचित को 11 लाख रूपये देना पास्टर के लिए मौत का कारण बन गया। दोनो ने राशि वापस नहीं की, बल्कि झूठे मामले में फंसा पुलिस केस करने की धमकी देकर प्रताडित किया। पास्टर ने सुसाइट नोट लिख व आडियो संदेश में दोनों व्यक्ति पर आरोप लगाने आत्महत्या करने जहर सेवन कर लिया। उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, पर उसे बचाया नहीं जा सका।
क्रिश्चियन समाज के पास्टर ग्राम जाटा निवासी रमाशंकर पाटले ने जहर का सेवन कर लिया। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत गंभीर होने पर निजी अस्पताल से जिला अस्पताल भेज दिया गया। जहां उपचार के दौरान रमाशंकर की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दी। मामला उस वक्त गंभीर हो गया, जब पास्टर का आडियो व सुसाइट नोट सामने आया। उन्होंने सुसाइट नोट में ग्राम चटाईनार बांकीमोंगरा निवासी रंजीत कुमार रात्रे पर पांच लाख रूपये तथा शरद मसीह निवासी रविशंकर नगर, आफिस निहारिका रोड पर छह लाख रूपये लेने की बात लिखी है।
पत्र में लिखा है रंजीत ने किसी कार्यवश उक्त राशि ली थी, लेकिन वापस नहीं कर रहा। राशि मांगने पर थाना में केस करने की धमकी दे रहा था। बाद में कटघोरा थाना में शिकायत किया, इस पर पुलिस ने मुझे थाना में बुला कर बैठाया। वह उल्टे मेरे से रकम मांगने लगा। इसी तरह शरद मसीह भी राशि वापस लौटाने के नाम पर टालमटोल कर रहा था और जेल भेजने की धमकी दे रहा था। इससे मैं काफी परेशान हो गया हूं और आत्महत्या के सिवाय मेरे पास कोई रास्ता नहीं रह गया है। इसलिए जहर सेवन कर आत्महत्या कर रहा हूं। इसके साथ ही पास्टर ने जहर सेवन कर लिया। घटना की जानकारी स्वजनो को हुई, तब उन्होंने अस्पताल पहुचांया।
राशि वापस करने पर दर्ज न करें केस
रमाशंकर ने सुसाइट नोट में यह भी लिखा है कि अगर रंजीत कुमार पांच लाख व शरद मसीह छह लाख रुपये वापस कर देते हैं। तो उनके विरूद्ध कोई केस न बनाया जाए। साथ यह भी कहा कि यदि दोनों मेरा पैसा वापस नहीं करते हैं, तो उनके विरूद्ध केस बनाया जाए,क्योंकि दोनों मेरी मौत के जिम्मेेदार होंगे।