राजिम कुंभ कल्प मेला कल से : पुन्नी स्नान में जुटेंगे बड़ी संख्या में श्रद्धालु, राजिम कुंभ देश और दुनिया में बनाई अलग पहचान…

राजिम: दुनिया भर में ख्याति प्राप्त देश के पांचवे कुंभ के नाम से प्रसिद्ध राजिम कुंभ कल्प मेले की शुरूआत 24 फरवरी से होने जा रहा है। राजिम की पावनधरा त्रिवेणी संगम में आयोजित होने वाला यह मेला देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई हुई है। देश के कई प्रदेशों से ख्याति प्राप्त मंदिर, मठों, अखाड़ों और आश्रमों से जाने-माने हजारों साधु-संतों के चरण पड़ते हैं। उनके अमृतवाणी और चरण रज का पुण्य लाभ भी राजिम कुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को मिलता है।
24 फरवरी से 8 मार्च तक चलेगा कुंभ मेला
24 फरवरी माघ पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाले राजिम कुंभ कल्प मेला का समापन 8 मार्च महाशिवरात्रि को होगा। मेला के दौरान 3 मार्च से 8 मार्च तक विराट संत समागम होगा। इस दौरान 24 फरवरी, 4 मार्च और 8 मार्च को पर्व स्नान भी होंगे। जिसमें शाही जुलुस भी निकाली जाएगी। 24 फरवरी माघ पूर्णिमा के अवसर पर तड़के सुबह हजारों श्रद्धालु पुन्नी स्नान करेंगे। पुण्य स्नान पश्चात भगवान श्रीराजीव लोचन एवं श्रीकुलेश्वर महोदव, दानदानेश्वर, बाबा गरीबनाथ, लोमष ऋषि आश्रम दर्शन कर पुण्य लाभ लेंगे। मेले के दौरान साध्वी प्रज्ञा भारती के सानिध्य में भव्य महानदी की आरती का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय पंडित अपना सहयोग प्रदान करेंगे।
मेला की सभी तैयारियां पूरी
मेला की सभी तैयारियां सम्बंधित विभागों ने पूरी कर ली है। राजिम मेला क्षेत्र में आने वाले सभी मार्गों की मरम्मत कराई गई है। मेला स्थल, संत समागम स्थल, लोमश ऋषि आश्रम, कुलेश्वर मंदिर, राजीव लोचन मंदिर और मुख्यमंच स्थल इन सभी को आपस में जोड़ने के लिए रेत की सड़के बनाई गई है। सड़क के बीचों-बीच हल्के वाहन एवं आवागमन हेतु फर्सी पत्थर भी बिछाई गई है। इसी तरह लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर पेयजल के लिए पाईप लाईन और नल कनेक्शन लगा दिए गए हैं। संगम पर बने तीनों पुलों पर रोशनी के पर्याप्त प्रबंध करने लाईट लगाई गई है। रात में मेला स्थल को जगमग करने चारों तरफ हाईमॉस्क लाईट लगाई गई है। नवापारा और राजिम के सभी मंदिरों का रंग-रोगन कर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है।
मेला स्थल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा धमतरी, रायपुर और गरियाबंद जिले का अलग-अलग स्टॉल लगाए गए हैं। जिसमें चौबीस घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ के दल मेला स्थल पर नियमित रूप से ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। एम्बुलेंस और 108 संजीवनी की सेवाएं लगातार उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा मेला स्थल में शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल भी लगेगा। मेला स्थल पर साहू समाज राजिम भक्तिन मंदिर समिति, राईस मिल एसोशिएशन द्वारा निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था रहेगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा आयोजन
कुंभ स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए दो अलग-अलग से मंच बनाया गया है। इसमें एक मंच पर सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कार्यक्रम स्थानीय कार्यक्रम होंगे। वहीं मुख्य मंच पर प्रसिद्ध कलाकारों के अलावा अन्य कार्यक्रम होंगे।
रामोत्सव की दिखेगी छबि
छत्तीसगढ़ की पावन धरती भगवान राम का वनगमन क्षेत्र और उनका ननिहाल होने के कारण अपना अलग ही धार्मिक और पौराणिक महत्व है। इस वर्ष अयोध्या में भगवान श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पर ऐतिहासिक कार्यक्रम हुए हैं। वहीं इस बार राजिम कुंभ कल्प मेला में भी रामोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों द्वारा इसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस बार राजिम मेला में रामोत्सव की छबि देखने को मिलेगा। मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि राजिम कुंभ में इस बार रामोत्सव थीम पर भव्य झांकी तैयार की गई है। इसमें प्रभु श्री राम के छत्तीसगढ़ आए हुए तमाम पलों को झांकी के माध्यम से बताया जाएगा। इसके लिए विशेष लाईट और साउंड इफेक्ट भी होंगे, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
राजिम मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी व्यापक इंतजाम किए हैं। गरियाबंद पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में रायपुर व धमतरी एसपी के साथ आपसी सामंजस्य से तैयारियां की गई हैं। मेला स्थल को सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। मेले क्षेत्र में विभिन्न व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी लगे हुए हैं।