डबल इंजन सरकार मतलब बेरोज़गारों पर डबल मार…
उत्तरप्रदेश: आज बेरोज़गारी की बीमारी से UP का हर तीसरा युवा ग्रसित है। जहां डेढ़ लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं, वहां न्यूनतम योग्यता वाले पदों के लिए भी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और PhD होल्डर्स लाइन लगा कर खड़े हैं। पहले तो भर्ती निकलना एक सपना है, भर्ती निकले तो पेपर लीक, पेपर हुआ तो रिजल्ट का पता नहीं और लंबे इंतजार के बाद रिजल्ट आने पर भी अक्सर जॉइनिंग के लिये कोर्ट का चक्कर।
सेना से लेकर रेलवे और शिक्षा से लेकर पुलिस तक की भर्तियों का सालों साल इंतज़ार कर लाखों छात्र ओवरएज हो चुके हैं। निराशा के इस चक्रव्यूह में फंसा छात्र डिप्रेशन का शिकार होकर टूट रहा है। और इन सब से व्यथित होकर जब वह अपनी मांगें लेकर सड़क पर निकले तो मिलती हैं उसे पुलिस की लाठियां।
एक छात्र के लिए नौकरी सिर्फ आय का साधन नहीं, बल्कि अपने परिवार का जीवन बदल देने का सपना है और इस सपने के टूटने के साथ पूरे परिवार की आस टूट जाती है। कांग्रेस की नीतियां युवाओं के सपनों के साथ न्याय करेंगी, हम उनकी तपस्या व्यर्थ नहीं जाने देंगे।