महासमुंद: देशभर में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को खाद्यान्न की कमी न हो इसलिए प्रत्येक सदस्य के हिसाब से 5 किलो चावल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निशुल्क दिया जा रहा है. यह योजना महासमुंद जिले के लाखों परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है. जो परिवार आर्थिक तंगी के कारण हमेशा खाद्यान्न जुटाने को लेकर परेशान रहते थे, वे अब केन्द्र सरकार के इस योजना के तहत निशुल्क चावल पाकर खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत महासमुंद जिले में वर्ष 2020 में हुई. तब से लेकर आज तक जिले के 3 लाख 110 परिवारों के प्रत्येक सदस्य को 5 किलो निशुल्क चावल शासकीय उचित मूल्य की दुकान से दिया जा रहा है. जिले के 553 ग्राम पंचायतों में से एक है.
ग्राम पंचायत लाफिनखुर्द. यहां 819 परिवारों को शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण किया जाता है. इनमें से 756 परिवार प्राथमिकता और अंत्योदय कार्ड धारक है, जिनके परिवार के प्रत्येक सदस्य को गरीब कल्याण योजना के तहत 5 किलो चावल निशुल्क दिया जा रहा है. निशुल्क चावल मिलने से इन परिवार के लोगों को राशन जुटाने की चिंता समाप्त हो गई और ये लोग खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के संदर्भ में जहां सेल्समैन का कहना है कि हमारे यहां लोगों को हर माह प्रत्येक सदस्य के हिसाब से निशुल्क 5 किलो चावल वितरण किया जाता है. वहीं, खाद्य विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि आत्मनिर्भर भारत के तहत लोगों के खाद्यान्न की
कमी को दूर करने और खाद्यान्न के बिना कोई व्यक्ति भूखा न रहे इस उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है. गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरुआती दौर में कोविड काल तक के लिए शुरू की गयी थी ,पर प्रधानमंत्री ने इसे अब 5 वर्ष के लिए आगे बढ़ा दिया है.