
मनेंद्रगढ़। दो साल पहले के एक मामले में रेलवे पुलिस ने पूर्व विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल सहित चिरमिरी महापौर कंचन जायसवाल और सभापति गायत्री बिरहा के अलावा अन्य लोगोड्ड को रेलवे एक्ट के तहत गिरफ्तार किया जिन्हें बाद में मुचलके पर छोड़ दिया गया। विनय जायसवाल को एक दिन पहले ही समन मिला था जिसके बाद अगले ही दिन वह गिरफ्तारी देने अपने समर्थकों के साथ पहुँचे । आप को बता दें कि दो साल पूर्व अक्टूबर 2021 में कोरोनाकाल के दौरान रेलवे द्वारा कई ट्रेनों को बंद कर दिया गया था।
जिसको लेकर विनय जायसवाल महापौर कंचन जायसवाल सभापति गायत्री बिरहा सहित कांग्रेस के कई नेताओं के द्वारा रेलवे पटरी में बैठ कर रेल रोको आंदोलन किया गया था जिसको लेकर दो साल बाद रेलवे विभाग द्वारा सभी प्रदर्शनकारियों को समन जारी किया गया। जिसके बाद आरपीएफ थाना मनेंद्रगढ़ पहुँच कर अपनी गिरफ्तारी देकर जमानत करवाई। कांग्रेस की सरकार प्रदेश में रहते किसी को समन जारी नहीं हुआ था लेकिन सरकार बदलते ही समन जारी हुआ इसे लेकर विनय जायसवाल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। जनसुविधाओं को लेकर किए गए आंदोलन में गिरफ्तारी की जा रही है लेकिन वह डरने वाले नहीं है।
छत्तीसगढ़ में नई सरकार आने के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में है. मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में रेलवे पुलिस ने पूर्व विधायक विनय जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया. विनय जायसवाल की पत्नी और चिरमिरी की महापौर कंचन जायसवाल को भी रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. रेलवे एक्ट के तहत दोंनों पर कार्रवाई की गई। पूर्व विधायक विनय जायसवाल और उनकी पत्नी कंचन जायसवाल पर रेलवे एक्ट के उल्लंघन का आरोप है. साल 2021 के कोरोना काल क दौरान रेलवे ने कई ट्रेनों को बंद कर दिया था. जिसके बाद विनय जायसवाल, कंचन जायसवाल और गायत्री बिरहा सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने रेल की पटरी पर रेल रोको आंदोलन किया था. इसी केस में तीनों की गिरफ्तारी की गई।